‘चिल्लई कलां’ तैयारी में जुटी कश्मीर घाटी
श्रीनगर | कश्मीर घाटी में शीतलहर के साथ तापमान गिरकर हिमांक बिंदु से कम हो गया। इसके साथ ही घाटी कंपकंपाती ठंड की 40 दिन लंबी अवधि ‘चिल्लई कलां’ का सामना करने की तैयारियों में जुट गई, जब यहां कड़ाके की ठंड होती है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया, “जम्मू एवं कश्मीर में अगले 24 घंटे कोहरे के साथ ठंडा, शुष्क मौसम रहने की संभावना है।” उन्होंने कहा, “कश्मीर घाटी में रात का तापमान घटकर हिमांक बिंदु से नीचे पहुंच गया है और लद्दाख क्षेत्र में न्यूनतम तापमान गिरकर शून्य से कई डिग्री नीचे हो गया है।”
श्रीनगर में रात का तापमान शून्य से 0.4 डिग्री नीचे, पहलगाम में शून्य से 4.3 डिग्री नीचे और गुलमर्ग में शून्य से 3.6 डिग्री नीचे पहुंच गया है। लेह में शून्य से 11.9 डिग्री कम तापमान के साथ राज्य का रात का सबसे कम तापमान दर्ज किया गया। वहीं, कारगिल का तापमान शून्य से 9.4 डिग्री कम रहा।
जम्मू शहर का तापमान 7.4 डिग्री, जबकि कटरा का 9.0 डिग्री, बटोट का 6.2 डिग्री और भदरवाह का रात का तापमान 2.1 डिग्री सेल्सियस रहा।
कश्मीर घाटी में 21 दिसंबर से कंपकंपाती ठंड की 40 दिन की अवधि शुरू होती है, जिसे ‘चिल्लई कलां’ कहा जाता है। अत्यधिक ठंड की इस अवधि में दिन का अधिकतम तापमान भी कभी कभार ही 10 डिग्री तक पहुंचता है।