संगीत निर्देशक ही मेरे पुरस्कार : सुखविंदर
मुंबई | राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता गायक सुखविंदर सिंह का कहना है कि उन्होंने भले ही कई प्रतिष्ठित पुरस्कार जीते हैं, लेकिन वह इनसे ज्यादा अपने संगीत निर्देशकों का सम्मान करते हैं। सिंह ने एक साक्षात्कार में आईएएनएस को बताया, “मेरे संगीत निर्देशक मेरे लिए सबसे बड़ा पुरस्कार हैं। मेरे लिए पुरस्कार जीतना एक जीत है, लेकिन मैं गीतों का निर्माण नहीं करता, वह तो संगीत निर्देशक करते हैं। इस कारण मेरे लिए वे ही पुरस्कार हैं।”
बॉलीवुड के 62 वर्षीय गायक ने कहा, “मैं ‘छैंय्या छैंय्या’, ‘हौले हौलै’ के लिए मिले सर्वश्रेष्ठ पाश्र्व गायक का फिल्मफेयर अवार्ड, ‘बिस्मिल बिस्मिल’ के लिए मिले सर्वश्रेष्ठ पाश्र्व गायक का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार का श्रेय संगीत निर्देशकों को देता हूं।”
ए.आर. रहमान रचित ‘जय हो’ गीत पहले रहमान और सुखविंदर को साथ मिलकर गाना था, लेकिन कुछ वजह से ऐसा नहीं हो पाया। इस गीत के लिए रहमान को ऑस्कर अवार्ड भी मिला था।
ऑस्कर समारोह में प्रस्तुति न दे पाने के मलाल पर सुखविंदर ने कहा कि उन्हें इस बात का अफसोस है, लेकिन इसको लेकर वह अपने अंदर किसी तरह की कोई कड़वाहट नहीं रखना चाहते।
सुखविंदर ने कहा, “मैं रहमान के प्रति कड़वाहट क्यों रखूं? उन्होंने ही मुझे पहला मौका दिया। मैं इन सब चीजों को नजरअंदाज कर केवल एक घटना को दिमाग में नहीं रख सकता।”
गायक का मानना है कि एक गीत के प्रचार का सर्वोत्तम माध्यम इसे बेहतरीन रूप से गाना है।
नए जमाने के गायकों के बारे में सुखविंदर ने कहा कि कई नई प्रतिभाएं उभर रही हैं और कुछ नई गायिकाएं भी काफी अच्छी हैं। मगर वह किसी का नाम नहीं ले सकते।