उत्तराखंड

बस के आगे बेबस निगम… चलाने के लिए चालाक ही नहीं

uttarakhand-04-05-2016-1462354767_storyimageउत्तराखंड परिवहन निगम भले ही करोड़ों रुपये की लागत से सैकड़ों नये बसों की खरीदारी कर रहा है. मगर अब बसों के संचालन को लेकर निगम के सामने चुनौती खड़ी हो रही है. उत्तराखंड परिवहन निगम 100 करोड़ रुपये का लोन लेकर 483 नई बसों की खरीदारी कर रहा है, जिसमें 283 बसों को पर्वतीय क्षेत्रों में और 200 बसों को मैदानी क्षेत्रों में चलाने की योजना तैयार की जा रही है. जबकि निगम के पास पर्याप्त चालक नहीं हैं.
दरअसल परिवहन निगम में 1704 चालकों के स्वीकृति पद है, जिसमें 725 पद रिक्त चल रहे हैं. जबकि 150 चालक अक्षम घोषित हो चुके हैं. इस तरह से कुल कमी 875 चालकों की हो चुकी है. हाल में विभाग ने 300 चालकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू की. मगर संविदा पर तैनात चालक सुप्रीम कोर्ट की शरण में जाकर 200 पदों पर स्टे ले लिया. यानी भर्ती प्रक्रिया पर विराम लग गया. जबकि विभाग में 850 चालक संविदा पर तैनात है . अब 483 नई बसें आ रही है ऐसे में चालकों की कमी निगम पर भारी पड़ सकती है. मगर परिवहन मंत्री का कहना है कि नई बसों से पुरानी बसों से रिप्लेस किया जा रहा है. इससे विभाग पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

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