उत्तराखंड में टिहरी झील को विश्व मानचित्र पर पर्यटन के क्षेत्र में एक अलग पहचान दिलाने और गोवा की तर्ज वॉटर एडवेंचर स्पोर्ट्स का हब बनाने के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके तहत टिहरी झील साहसिक महोत्सव का आयोजन किया गया और वॉटर एडवेंचर स्पोर्ट्स से जुड़ी गतिविधियों का आयोजन किया गया.
वॉटर एडवेंचर स्पोर्टस के शौकीनों के लिए अब भविष्य में टिहरी झील एक हब बनने जा रही है. जी हां राज्य सरकार द्वारा टिहरी झील को वॉटर एडवेंचर स्पोर्टस में बढ़ावा देने के लिए जहां राजीव गांधी साहसिक खेल अकादमी की शुरूआत की गई है.
वहीं तीसरी बार टिहरी झील साहसिक महोत्सव का मुख्यमंत्री हरीश रावत और पर्यटन मंत्री दिनेश धनै ने संयुक्त रूप से शुभारंभ किया. इस मौके पर टिहरी झील में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए क्याकिंग, कैनोइंग, जेट स्की, राफ्टिंग, रोइंग, एयर शो और पैराग्लाइडिंग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें सिक्किम, हिमाचल, महाराष्ट्र, राजस्थान, चंडीगढ़, रुड़की, देहरादून, नैनीताल, बीएसएफ, एयर फोर्स की टीमों ने प्रतिभाग किया जिसे देखने दूर दराज से पर्यटकों और स्थानीय लोग पहुंचे.राज्य सरकार के इस प्रयास से जहां वर्षों से सूनी पड़ी टिहरी झील को पहचान मिल रही है और पर्यटकों की आवाजाही बढ़ी हैं वहीं स्थानीय लोगों के लिए भी रोजगार के नए आयाम खुले हैं.