मीना बाजार यहाँ पुरुषों का आना मना है
काशीपुर में अनोखा मेला लगा है जहा सिर्फ महिलाये ही आ सकती है सुल्तानपुर पट्टी में गुरुवार को लगे मीना बाजार में महिलाओं ने जमकर खरीदारी की। 25 से अधिक गांवों की महिलाओं ने अपने इस मेले टिक्की-चाट, चरखी व झूलों का आनंद लिया। मीना बाजार उत्तराखंड का एकमात्र ऐसा मेला है, जहां सिर्फ महिलाओं की एंट्री होती है।
पुरुषों के प्रवेश पर रोक
उत्तराखंड में सुल्तानपुर पट्टी में लगने वाला मीना बाजार ही एक मात्र ऐसा मेला है जिसमें केवल महिलाएं पहुंचती हैं। विजय दशमी के दो दिन बाद लगने वाले इस मेले में केवल महिलाएं घूम सकती हैं। यहां पुरुषों का आना वर्जित है। मेले में पुरुषों को रोकने के लिए पुलिस कर्मियों के अलावा रामलीला आयोजन समिति के सदस्य मुस्तैद रहे। महिलाओं के साथ पहुंचे छोटे बच्चों ने भी झूलों का आनंद लिया।
साथ आए पुरुषों को अलग बैठाया
मेले में महिलाओं के साथ पहुंचे पुरुषों को अलग बैठाने के लिए रामलीला समिति के कार्यालय में व्यवस्था की गई। कुछ लोग भूलवश या जानबूझकर मेले में पहुंचे तो उन्हें समिति के स्वयं सेवकों ने मेले से बाहर कर दिया। माइक से बार-बार केवल महिलाओं के ही मेले में घूमने और पुरुषों को बाहर रहने का अनुरोध किया जाता रहा।
समय के साथ बदल रहा स्वरूप
मेले में पहले केवल महिलाएं ही दुकान सजाती थी, लेकिन अब चाट-टिक्की व अन्य दुकानों के लिए पुरुषों को भी मेला परिसर में जगह दी जा रही है। इसके अलावा छोटे बच्चों को भी महिला दुकानदार मदद के लिए रख सकती हैं। पिछले कुछ समय से मेंहदी लगाने वाले पुरुष भी मेले में शामिल हो रहे हैं।
इन गांवों से पहुंची महिलाएं
सुल्तानपुर पट्टी, मसवासी, रामजीवनपुर, घोसीपुरा, मिलख, हसनपुर, बड़ापुरा, जगन्नाथपुर, मुकुंदपुर, करीमपुर, रहमतगंज, लाडपुर, परमानंदपुर, शर्करा, पिपलिया, ज्वालापुर, कनैरी, कनौरा सहित आसपास के दो दर्जन से अधिक गांवों की सैकड़ों महिलाएं पहुंची।