पर्यटन की राह में आड़े नहीं आई आपदा
उत्तराखंड में इन दिनों देशी-विदेशी पर्यटकों का हुजूम उमड़ा हुआ है। एक रिपोर्ट के मुताबिक आपदा के बाद यहां अक्तूबर प्रथम सप्ताह तक आठ हजार से ज्यादा पर्यटकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है। यही नहीं बर्फबारी वाले सीजन में भी यहां जनवरी तक एडवांस बुकिंग मिल गई है।
उत्तरकाशी जिले के मोरी ब्लाक में करीब साढ़े 12 हजार फीट ऊंचाई पर हरकीदून घाटी गोविन्द पशु विहार में पड़ती है। सड़क मार्ग से करीब 27 किमी की दूरी तय करने के बाद इस खूबसूरत घाटी और ट्रेकिंग स्थल को देख कर हर कोई कायल रहता है। इसी कारण यहां इस बार देशी-विदेशी पर्यटकों का हुजूम उमड़ा हुआ है। अकेले अक्तूबर में इस घाटी में 15 दलों के डेढ़ हजार से ज्यादा लोगों ने उपस्थिति दर्ज कराई है। इनमें विदेशी पर्यटकों की संख्या में भी अच्छी खासी है।
हरी-भरी घाटी में बर्फ की चोटियां पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र बनी हैं। इसके अलावा यहां के गांव और कस्बे में पर्यटकों को अपनी सभ्यता और संस्कृति से आकर्षित कर रहे हैं। घाटी की खूबसूरती के कायल पर्यटकों ने बर्फबारी के सीजन में जनवरी तक यहां एडवांस बुकिंग कर ली है। इससे स्थानीय लोगों के चेहरे खिले हुए हैं।
ऐसे पहुंचे हरकीदून
देहरादून से करीब 210 किमी सांकरी-तालुका सड़क मार्ग से पहुंच सकते हैं। इसके बाद तालुका से सीमा(ओसला)तक 14 किमी पैदल है। यहां रात्रि विश्राम करने के बाद पर्यटक करीब 13 किमी खूबसूरत घाटी हरकीदून पहुंचते हैं।
ये दल पहुंचे ट्रेकिंग को
एलबीएस आईएएस एकाडेमी, सचिवालय अफसर, वुड स्टोक स्कूल, पूना हॉस्टल, दून स्कूल, इंडिया हेक के दो दल, एचपीएमएफसी के पांच दल, राजस्थान के दो दल आदि शामिल हैं
ये है दर्शनीय स्थल
बंदरपूंछ पीक, केदारकांठा, कालानाग पीक, जमंधार ग्लेशियर, बाली पास, रुईसारा लेक ट्रेक।
अब तक पहुंचे पर्यटक
वर्ष पर्यटक
2013 1536
2014 1886
2015 3798
2016 8203 अब तक
हरकीदून प्रोटेक्शन समिति के चैन सिंह रावत ने बताया है मोरी हरकीदून ट्रेकिंग के साथ डेढ़ दर्जन से ज्यादा छोटे ट्रेक जुड़े हुए हैं। इनमें पांच से ज्यादा पीक और ग्लेशियर भी यहां देखने को मिलते हैं। दूरी के साथ प्रकृति के खूबसूरत नजारे यहां पर्यटकों को खींच लाते हैं। सुविधाएं बढ़ी तो यहां पर्यटकों की भीड़ दोगुना हो जाएगी।