उत्तराखंड में फरवरी में हो सकते हैं विधानसभा के चुनाव!
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दल तो तैयारियां कर ही रहें वहीं निर्वाचन आयोग भी अपनी तैयारियां कर रहा है. जिसके मद्देनज़र सभी जिलों को तैयारी करने के निर्देश जारी कर दिए गये हैं. राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी की तरफ केंद्रीय निर्वाचन आयोग से फरवरी या मार्च में चुनाव कराने की आग्रह किया गया है. इसी के साथ उम्मीद जताई जा रही है कि अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव कराए जा सकते हैं.
राज्य में विधानसभा चुनाव 2017 की उल्टी गिनती शुरु हो चुकी है. सारे नेता उल्टे-सीधे पांव अपने विधानसभा क्षेत्रों में ही ज्यादा समय दौड़ लगाने लगे हैं. एकतरफ नेताओं की तैयारी है तो दूसरी तरफ निर्वाचन आयोग ने भी अपनी तैयारियां शुरु कर दी हैं. केंद्रीय चुनाव आयोग के नियमों और निर्देशों के हिसाब से राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने चुनाव की तैयारियां शुरु कर दी हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी का कहना है कि सभी जिलों को भी निर्देश जारी कर दिए गये हैं.
राज्य में वोटर लिस्ट के रिवीजन का काम शुरु हो चुका है जिसमें 1जनवरी 2017 को 18वर्ष के हो रहे युवाओं के वोटर कार्ड बनाने का अभियान चलाया जा रहा है. सभी जिलों में चुनाव के दौरान मूवमेंट प्लान तैयार किया जा रहा है. पोलिंग में ड्यूटी पर रहने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है.
संवेदनशील और अतिसंवेदनशील पोलिंग स्टेशनों का चिन्हिकरण का काम भी तेज़ी से किया जा रहा है. चुनाव के दौरान क्षेत्रों को सैक्टर और ज़ोन बांटने को लेकर प्लान तैयार किया जा रहा है. इतना ही नहीं चुनाव के दौरान कम्यूनिकेशन सिस्टम पर भी इसबार ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है. ताकि संचार व्यवस्था ठीक हो सके.
राज्य में करीब 22हज़ार से ज्यादा इलैक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन और 16 हज़ार से ज्यादा कंट्रोल यूनिट भी पहुंच चुकी हैं. साथ ही 925 वोटर वेरिफियेबल पेपर ऑडिट ट्रेल मशीन भी केरल से उत्तराखंड पहुंच चुकी हैं. इन सभी की चैकिंग का काम हो रहा है. चुनाव में दिव्यांग मतदाताओं के चिन्हिकरण का काम हो रहा है, ताकि उनको वोट डालने सुविधाजनक बनाया जा सके. जिला स्तर पर चुनावी ड्यूटी के लिए नोडल ऑफिसर भी बनाए जा रहे हैं.
चुनाव ड्यूटी के लिए वाहनों की व्यवस्था भी महत्वपूर्ण होती है, जरुरत के हिसाब से वाहनों की पूर्ति के लिए भी व्यवस्था की जा रही है. इसके अलावा चुनाव में इस्तेमाल होने वाली स्टेशनरी की व्यवस्था भी चुनाव आयोग ही कर रहा है.
पिछले चुनावों के हिसाब से देखें तो राज्य में 20दिसंबर के बाद चुनाव आचार सहिंता लगती रही है. उसी को ध्यान में रखकर माना जा रहा है कि 20दिसंबर के आसपास ही 2017 के विधानसभा चुनावों के लिए आचार संहिता लगने की संभावना है.
हालांकि राज्य मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से केंद्रीय निर्वाचन आयोग से अनुरोध किया गया है कि उत्तराखंड में इसबार चुनाव फरवरी के अंतिम सप्ताह में या फिर मार्च के प्रथम सप्ताह में चुनाव कराए जाएं. चुनाव कब होंगे ये तो केंद्रीय निर्वाचन आयोग ही तय करेगा. लेकिन राज्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने चुनाव से पहले 2 से 4 नंवबर तक देहरादून में 3 दिवसीय वोटर फेस्टिवल कराने का भी फैसला लिया है. जिसमें खुद मुख्य निर्वाचन आयुक्त नसीम जै़दी भी शामिल होंगे.