आतंकी नेटवर्कों को खत्म करने में सहयोग करें आसियान
नयी दिल्ली। क्षेत्र में आतंकवाद को सबसे बड़ी चुनौती बताते हुए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आसियान देशों से आतंकी नेटवर्कों का पता लगाने और उन्हें तबाह करने के लिए ‘खुलकर सहयोग’ करने का आग्रह किया। पर्रिकर ने यहां रक्षा विश्वविद्यालयों के प्रमुखों की 20वीं आसियान क्षेत्रीय फोरम बैठक में कहा कि आसियान क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था के तहत अब भी आतंकवाद पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जाता। उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवाद हमारे क्षेत्र की सबसे प्रमुख चुनौती बना हुआ है।’’ रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘हमें हर जगह आतंकवाद का सख्त विरोध करने, राज्य की नीति के साधन के तौर पर इसे हटाने और आतंकी नेटवर्कों का पता लगाने तथा इन्हें तबाह करने के लिए खुलकर सहयोग करने की जरूरत है।’’
दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान) में फिलीपीन, सिंगापुर, थाइलैंड, ब्रुनेई, कम्बोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यामांर, वियतनाम सदस्य हैं। पर्रिकर की टिप्पणी ऐसे समय में आयी है जब जम्मू कश्मीर में एक सैन्य शिविर पर आतंकवादियों ने एक और हमला किया है। उत्तर कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में सेना के शिविर पर हमले में तीन आतंकवादियों को मार गिराया गया है, जिनके बारे में समझा जाता है कि उन्हें पाकिस्तान का समर्थन प्राप्त था। बीते 18 सितंबर को उरी में सेना के एक शिविर पर आतंकवादियों के हमले में 19 सैनिक शहीद हो गए थे। सेना ने 28 सितंबर की रात नियंत्रण रेखा के पार आतंकी शिविरों पर लक्षित हमले किए थे।