अब बगदादी पर टूटा कहर अपने ने दिया जहर
दुनिया को अपने आतंक से दहलाने वाला आईएसआईएस का मुखिया अबु बकर अल बगदादी मौत से जूझ रहा है. खबर है कि बगदादी के खाने में किसी ने जहर मिला दिया था जिसके बाद से उसकी हालत बिगड़ चुकी है और किसी खुफिया जगह पर उसे ले जाया गया है.
मौत के सौदागर के दरवाजे पर पहुंची मौत
डेली मेल में छपी रिपोर्ट के मुताबिक ये घटना इराक के निनेवेह के बेआज जिले की है जहां बगदादी आईएस के तीन कमांडरों के साथ खाना खाने के लिए बैठा था. चारों को खाना परोसा गया. चारों एक साथ खाना खा रहे थे लेकिन उनकी थाली तक खाना नहीं जहर पहुंच चुका था. बगदादी समेत तीनों कमांडर गंभीर रूप से जहर के असर में हैं
बगदादी को किसने दिया जहर
हालत बिगड़ने के बाद चारों को किसी खुफिया जगह पर भेज दिया गया है. वहीं आईएस ने खाने में जहर मिलाने वाले या फिर जहर मिलाने वाली को पकड़ने के लिए एक अभियान शुरू कर दिया है. ये पहली बार नहीं है जब बगदादी के सिर पर मौत नाचने की खबर सामने आई हो. दुनिया के सबसे खतरनाक संगठन और सबसे अमीर आतंकी संगठन आईएस के मुखिया बगदादी की मौत की खबरें पहले भी कई बार सुर्खियां बन चुकी हैं
कई बार मर चुका है बगदादी
साल 2016 की शुरुआत में खबर आई थी कि बगदादी अमेरिका के हवाई हमले में मारा गया. लेकिन बाद में बगदादी की मौत की खबर झूठी निकली. बगदादी बार-बार मरकर जिंदा होता रहा है. आईएस को आंतकी अबु मुसाब अल जरकावी ने पैदा किया था. लेकिन बगदादी ने आईएस को दुनिया का सबसे खूंखार आतंकवादी संगठन बना दिया है.
बगदादी पर 1 करोड़ डॉलर का इनाम
अमेरिका ने अक्टूबर 2011 में बगदादी को आतंकवादी घोषित कर दिया था और उसे पकड़ने या मारने की सूचना देने वाले को 1 करोड़ डॉलर का इनाम देने का एलान किया था. पांच साल गुजर गए लेकिन अमेरिका ना तो बगदादी का पता लगा पाया और ना ही उसे मौत दे पाया.
शिया बहुसंख्यकों को खत्म कर देना चाहता है बगदादी
सीरिया और इराक के कई इलाकों में आतंकी संगठन आईएस अपना कब्जा जमा चुका है. आतंकवादी संगठन IS कभी अलकायदा का ही एक हिस्सा था जिसे अब इराक और सीरिया में लड़ रहे जेहादी सुन्नी लड़ाकों का संगठन माना जाता है. आईएस का पूरा नाम इस्लामिक स्टेट है और ये संगठन इराक के शिया बहुसंख्यकों को खत्म कर देना चाहता है.
कौन है बगदादी?
बगदादी का असली नाम अव्वाद इब्राहीम अली अल-बद्री है. बगदादी ने उत्तरी बगदाद के समारा में जन्म लिया. अमेरिकी सेना ने फरवरी 2004 को फालुजा में बगदादी को धर दबोचा था. लेकिन फिर साल 2009 में अमेरिकी सेना ने ही बुक्का डिटेंशन कैंप से आजाद भी कर दिया था. 2011 में अमेरिकी फौज के इराक से चले जाने के बाद से बगदादी ने अपना सिर उठाना शुरू किया. साल 2014 में आईएस ने खुद को अलकायदा से भी अलग कर लिया. बगदादी ने इराक और सीरिया के ज्यादातर हिस्सों पर कब्जा कर इस्लामिक स्टेट का एलान करते हुए बगदादी ने खुद को मुसलमानों का खलीफा घोषित कर दिया.
बगदादी बेगुनाहों और महिलाओं का सबसे बड़ा दुश्मन
बगदादी को महिलाओं का सबसे बड़ा दुश्मन मानते हैं. आतंकी कैंपो में लड़कियों का जंजीरों से बांध कर रखा जाता है. 2014 में आतंकियों ने सिंजार में हमला करके 5,000 यजीदियों की हत्या कर दी थी, उसी समय सैकड़ों महिलाओं को बंधक भी बनाया गया. बंधक बनी महिलाओं को भेड और बकरियों की तरह जिस्म की मंडी में खरीदा और बेचा गया. लड़कियों के साथ हर दिन बलात्कार किया जाता है. इस बात का खुलासा दरिंदों के चंगुल से बचकर आई उन लडकियों ने खुद किया. आतंकी महिलाओं को सेक्स गुलाम बनाकर रखने का काम करते हैं.