बीएसएफ जवान नितिन की असाधारण वीरता ने ध्वस्त किये पाक के नापाक इरादे
बारामूला में सेना और BSF के शिविरों पर आतंकी हमले के जवाब में सेना की जवाबी कार्रवाई में एक जवान शहीद दो आतंकी ढेर
जम्मू कश्मीर के बारामूला में आपस में सटे सेना एवं बीएसएफ के शिविरों पर आतंकवादियों के हमले में कम से कम दो आतंकवादी मारे गए। इस दौरान बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया और एक अन्य जवान घायल हो गया। भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने रविवार रात राष्ट्रीय राइफल्स एवं सीमा सुरक्षा बल के दो शिविरों पर हमला किया जिसके बाद सुरक्षा बल एवं आतंकवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई।
गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने नयी दिल्ली में बताया कि इस मुठभेड़ में बलों ने दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया जबकि गोलियां लगने से घायल हुए बीएसएफ के एक जवान ने बाद में दम तोड़ दिया। अधिकारियों ने बताया कि शहीद हुए जवान की पहचान कांस्टेबल नितिन के रूप में की गई है और घायल हुए एक अन्य जवान की पहचान कांस्टेबल पुलविंदर के रूप में हुई है। दोनों सीमा सुरक्षा बल की 40वीं बटालियन के जवान थे। गृह मंत्री राजनाथ सिंह एवं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने इस घटना पर विचारविमर्श किया और बलों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। सिंह ने बीएसएफ के महानिदेशक के.के. शर्मा से भी बात की और उनसे घायल जवान को सभी संभावित उपचार मुहैया कराने को कहा।
भारतीय सेना ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर पिछले सप्ताह लक्षित हमले किए थे जिसके बाद आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर यह पहला बड़ा हमला किया है। यह हमला इस खुफिया सूचना के बावजूद हुआ है कि 29 सितंबर को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भारतीय सेना के लक्षित हमले के बाद जम्मू कश्मीर में सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर आतंकवादी हमला हो सकता है। यह हमला यहां से 102 किलोमीटर दूर स्थित उरी में सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले के एक पखवाड़े के बाद हुआ है। उरी हमले में 19 सैनिक शहीद हुए थे।