खुश है हिंदुस्तान सारा… जवानों ने आतंकियों को घुस कर मारा
भारत ने बीती रात नियंत्रण रेखा के पार स्थित आतंकी शिविरों पर सर्जिकल हमले किए जिनमें आतंकवादियों को भारी नुकसान पहुंचा है और अनेक आतंकवादी मारे गए हैं. भारतीय सेना एलओसी में दो किलोमीटर तक अंदर घुस गयी और आतंकी शिविरों पर ताबड़तोड़ हमले किये. मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि इस हमले में 38 आतंकी मारे गये. भारतीय सेना ने पांच से सात आतंकी शिविरों पर हमला किया. सेना द्वारा आतंकवादियों को निशाना बनाने के लिए अचानक की गयी इस कार्रवाई के बारे में घोषणा सैन्य अभियान महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह ने आनन-फानन में बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में की. संवाददाता सम्मेलन में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप भी मौजूद थे. उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस ऑपरेशन पर स्वयं नजर रख रहे हैं और राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, पूर्व प्रधानमंत्री सहित सभी संबंधित पक्षों को इसकी जानकारी दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अहम मुद्दे पर शाम चार बजे से एक अहम सर्वदलीय बैठक अायोजित की. शाम 4.50 बजे के करीब नार्थ ब्लॉक में सर्जिकल ऑपरेशन पर सर्वदलीय बैठक खत्म हो गयी. इस बैठक में सरकार ने ऑपरेशन से जुड़े विभिन्न पक्षों के बार राजनीतिक दलों को जानकारी दी.. वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूरे मुद्दे पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मुलाकात भी की है.
उधर, पंजाब में सीमाई इलाकों के गांव को खाली कराने का काम शुरू कर दिय गया है. माइक से वहां एलान किया जा रहा है कि गांव खाली कर दें. वहीं, भारत के बीएसएफ ने आज बिटिंग द रिट्रेट रद्द कर दिया है. हालांकि एक-दूसरे की सीमा में ट्रकों की आवाजाही आज भी जारी रही. भारत से 26 ट्रक पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में गये, जबकि उधर से दस ट्रक इस ओर आये. सीमाई इलाकों में अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है और सेना व पारा मिलिट्री बलों के जवानों की छुट्टियां रद्द कर उन्हें ड्यूटी पर लौटने को कहा गया है.
वहीं, पाकिस्तान के विपक्षी दल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान ने कहा है कि शुक्रवार को भारत को इसका जोरदार जवाब दिया जायेगा. वहीं, सूत्रों के हवाले से यह भी खबर आ रही है कि भारत ऑपरेशन का वीडियाे जारी कर सकता है. इस ऑपरेशन को अंजाम देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले सप्ताह कोझीकोड में देश से किये गये उस वादे को निभाया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उरी के शहीदों का बलिदान बेकार नहीं जायेगा.