11 साल बाद साथ आये अंबानी बंधु आरकॉम का रिलायंस जियो के साथ ‘वर्चुअल मर्जर’ का एेलान
बीते मंगलवार को अंबानी बंधुओं के बीच की खुशमिजाजी अपने चरम पर नजर आई, जब अनिल अंबानी ने अपने स्वर्गीय पिता के सपने को पूरा करने के लिए अपने बड़े भाई मुकेश अंबानी के साथ काम करने की कसम खाई। अनिल अंबानी ने रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) के बड़े भाई मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो के साथ ‘वर्चुअल मर्जर’ का एेलान किया है।
११ साल बाद करेंगे मिलकर काम
धीरुभाई अंबानी के निधन के बाद हुए बंटवारे के 11 साल बाद यह पहला मौका है कि दोनों भाई मिलकर काम करेंगे। दोनों ने 2005 में अपने बिजनैस को अलग-अलग कर लिया था। अब दोनों कंपनियों के बीच इन्फ्रास्ट्रक्चर शेयर करने को लेकर ‘वर्चुअल मर्जर’ एग्रीमेंट हुआ है।
अनिल के रिलायंस ग्रुप ने ट्वीट के जरिए जानकारी दी, “अनिल अंबानी और मुकेश अंबानी, धीरूभाई अंबानी के सपनों का भारत बनाने के लिए साथ काम कर रहे हैं।”
अनिल ने आरकॉम की सालाना बैठक में कहा, “चाहे हमारे 10 करोड़ कस्टमर्स की बात हो, हमारे 10 लाख रिटेलर्स की बात हो, हमारे कर्मचारियों, वेंडर्स और फिर चाहे हमारे पार्टनर्स की बात हो, इन दोनों संगठनों (आरकॉम और जियो) का पहले ही वर्चुअल मर्जर हो चुका है। हमारा स्पैक्ट्रम सांझा है। नैटवर्क सांझा है। फाइबर, टावर और वॉइस भी साझा हैं।’
रिलायंस ग्रुप ने दिया क्लीयरिफिकेशन
– अनिल अंबानी द्वारा एजीएम में रिलायंस जियो में आरकॉम के वर्चुअल मजर्र की बात के बाद रिलायंस ग्रुप ने ऑफिशियल स्टेटमेंट जारी किया।
– रिलायंस ग्रुप के एक सीनियर अफसर ने स्पष्टा किया, ‘‘अनिल अंबानी ने किसी भी तरह के लीगल मर्जर के संकेत नहीं दिए हैं। दोनों कंपनियों का नहीं हो रहा है। लेकिन सभी इन्फ्रास्ट्रक्चर शेयर कर रहे हैं। प्रत्येक आरकॉम कस्टमर रिलायंस जियो के सर्विस की तरह 4जी सर्विस इन्जॉय कर रहा है।’’
– ‘‘यदि जरूरत पड़ी तो रिलायंस जियो 2जी और 3जी सविसेस के लिए हमारे स्पैक्ट्रम का इस्तेमाल कर सकता है। हमने स्पैक्ट्रम शेयरिंग का भी एग्रीमेंट किया है।’’