इस बार शनि प्रदोष व्रत पर बन रहा है बेहद शुभ संयोग, जानें तारीख व शुभ मुहूर्त
नई दिल्ली। हर हिंदी मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है। इसी क्रम में सावन मास की त्रयोदशी तिथि 15 जुलाई को है। इसलिए 15 जुलाई को ही प्रदोष व्रत रखा जाएगा। इस बार प्रदोष व्रत पर बहुत ही शुभ संयोग बन रहा है। इस बार प्रदोष व्रत के साथ साथ सावन शिवरात्रि का योग है साथ ही इस दिन शनिवार होने के कारण इसे शनि प्रदोष व्रत के नाम से भी जाना जाएगा।
शनि प्रदोष तारीख और मुहूर्त
बता दें कि जिस तरह से सावन में प्रत्येक सोमवार का महत्व है उसी तरह से प्रदोष व्रत का भी अधिक महत्व है। प्रदोष व्रत के दिन सुबह से ही वृद्धि योग भी बन रहा है। शुक्रवार 14 जुलाई को शाम 7 बजकर 18 मिनट से त्रयोदशी तिथि लगेगी और शनिवार को शाम 8 बजकर 33 मिनट तक त्रयोदशी तिथि रहेगी। साथ ही इस दिन चंद्रमा वृष राशि में उच्च के रहेंगे और मृगशिरा नक्षत्र का शुभ प्रभाव रहेगा। ऐसे में 15 जुलाई को यह व्रत करना उत्तम रहेगा।
प्रदोष व्रत के दिन करें ये उपाय
- सावन प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव का अभिषेक अक्षत, चंदन, भांग धतूरा, और बेलपत्र से अभिषेक करें। कहा जाता है कि ऐसा करने से भगवान शिव अपने भक्त पर विशेष कृपा बरसाते हैं और मनोकामना पूरी करते हैं।
- सावन प्रदोष व्रत के दिन भगवान शिव का अभिषेक शहद से करें ऐसा करने से जीवन में आ रही समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।
- शनि प्रदोष के दिन एक कटोरे में सरसों का तेल लेकर उसमें अपनी छाया देखकर किसी शनि मंदिर में जाकर दान कर दें। इसमें 1 रुपए का सिक्का भी डाल दें।
- सावन प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर भगवान शिव का जलाभिषेक करें और प्रदोष काल में रुद्राभिषेक करें। इस दौरान ओम नम: शिवाय मंत्र का जप करते रहें।
- शनि प्रदोष व्रत के दिन महादेव की उपासना करना तो उत्तम रहता है। साथ ही इस दिन शनि स्त्रोत का पाठ करना भी लाभकारी माना जाता है। ऐसा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
- शनि प्रदोष के दिन काले कुत्ते को एक रोटी बनाकर उसपर सरसों का तेल और थोड़ा गुड़ लगाकर खिलाने से व्यक्ति की किस्मत चमक जाती है।