सीएम योगी का अधिकारियों को निर्देश, बिजली बिल बकाए के नाम पर एक भी उपभोक्ता का उत्पीड़न न हो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में 06 से 08 वीं तक की कक्षाओं में नवीन प्रवेश की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाए। स्थिति का आकलन करते हुए इन विद्यालयों में 01 सितंबर से पठन-पाठन शुरू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि शासन के स्थायी कर्मचारी हों अथवा संविदा या आउटसोर्सिंग कार्मिक, किसी भी दशा में एक भी कर्मचारी का वेतन बकाया न रखा जाए। सभी विभाग इस आदेश का अनुपालन करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही ओवरबिलिंग की शिकायतों का तत्काल निस्तारण कराया जाए। बिजली बिल बकाए के नाम पर एक भी उपभोक्ता का उत्पीड़न न हो। लोगों की शिकायतों का समाधान करते हुए उन्हें समय पर बिल भुगतान के लिए प्रोत्साहित किया जाए। केन्द्र सरकार द्वारा संचालित ‘सौभाग्य योजना’ से प्रदेश के अधिकतर ग्रामीण क्षेत्र बिजली से रोशन हुए हैं। हर जरूरतमंद को निःशुल्क बिजली कनेक्शन दिया जा रहा है। इस योजना से वंचित पात्र लोगों को इसका लाभ दिलाया जाए।
सीएम योगी ने कहा कि बाढ़/अतिवृष्टि की स्थिति पर सतत नजर रखी जाए। नदियों के जलस्तर की मॉनिटरिंग की जाए। सभी प्रभावित जिलों में NDRFHQ, SDRF तथा आपदा प्रबंधन टीमों को हर समय एक्टिव मोड में रखें। नौकाएं, राहत सामग्री आदि के पर्याप्त प्रबंध किए जाएं। केंद्र व प्रदेश सरकार के समन्वित प्रयासों से अब तक 556 में से 293 ऑक्सीजन प्लांट क्रियाशील हो चुके हैं। टेक्निशियन का यथोचित प्रशिक्षण शीघ्र पूरा कराया जाए। जिलाधिकारी निर्माणाधीन प्लांट के कार्यों का सतत निरीक्षण करते रहें।
सीएम योगी ने कहा कि कोविड महामारी का प्रभाव रोजगार और लोगों की आजीविका पर पड़ा है। जीवन और जीविका को बचाने के लिए शासन और वित्तीय संस्थाओं का योगदान मिलकर एक बड़ी भूमिका का निर्वहन कर सकता है। मुझे प्रसन्नता है कि आज 1.50 लाख से अधिक किसान क्रेडिट कार्ड ऑनलाइन स्वीकृत हुए हैं। 01 लाख से अधिक युवाओं की ट्रेनिंग के कार्यक्रम के साथ ही उनके लिए लगभग ₹9,000 करोड़ का लोन भी ऑनलाइन स्वीकृत हुआ है।