कोरोना से पहले इस महामारी ने ले ली थी 10 करोड़ लोगों की जान
कोरोना वायरस से इस समय पूरी दुनिया त्राहिमाम कर रही है। अब तक इस वायरस से 50 हजार से ज्यादा लोगों की मौत ही चुकी है तो लाखों लोग इस वायरस से संक्रमित हैं। अब तक दुनिया का कोई भी देश इस वायरस का इलाज नहीं ढूंढ पाया है।
कोरोना दुनिया का इकलौता वायरस नहीं
हालांकि, कोरोना दुनिया का इकलौता वायरस नहीं, जिसने हाहाकार मचा रखा है। बल्कि इससे पहले भी कई ऐसे वायरस आ चुके हैं, जिसने दुनिया में तबाही मचाई। इनमें साल 1918 में एक ऐसा वायरस आया था, जिसने केवल तीन महीनों में करीब पांच करोड़ लोगों की जान ले ली। आज तक किसी वायरस ने दुनियाभर में इस तरह हाहाकार नहीं मचाया था।
बीमारी के फलने फूलने का केंद्र था फ्रांस की सीमा से लगा इलाका
प्रथम विश्व युद्ध के बाद अचानक दुनिया में स्पेनिश फ्लू की बीमारी फैल गई। देखते-देखते उस वक्त करीब दो करोड़ लोग इसका शिकार हो गये। इस फ्लू को उस वक्त नाम दिया गया ‘स्पेनिश फ्लू’। जानलेवा बीमारी के फलने फूलने का केंद्र था फ्रांस की सीमा से लगा इलाका। जहां गंदगी, फौज के तंग खंदक और भीड़भाड़ वाले कैंप थे।
स्पेनिश फ्लू की मारक क्षमता थी बहुत तेज
विश्व युद्ध के खात्मे के बाद फौजी अपने साथ वायरस को लेकर घरों को लौटे। और फिर देखते-देखते 5-10 करोड़ मौत की आगोश में समाते चले गये। हालांकि उस वक्त आवागमन के साधनों की कमी होने के कारण इसके फैलने की रफ्तार बहुत कम थी। मगर स्पेनिश फ्लू की मारक क्षमता बहुत तेज थी। जिस कोरोना वायरस से पूरी दुनिया आज अवाक है स्पेनिश फ्लू के मुकाबले इसकी भवायहता कुछ भी नहीं है।
स्पेनिश फ्लू ने भारत में भी जमकर मचाई थी तबाही
इस स्पेनिश फ्लू से भारत भी अछूता नहीं रहा था। तब भारत का मतलब, अखंड भारत होता है जिसमें पाकिस्तान और बांग्लादेश शामिल था। माना जाता है कि स्पेनिश फ्लू ने भारत में भी जमकर तबाही मचाई थी और करीब एक करोड़ लोग इस बीमारी की चपेट में आकर अपनी जान गंवा बैठे थे।