व्यक्ति के दाह संस्कार के दौरान हुआ कुछ ऐसा, सुनकर दंग रह जाएंगे
उत्तर प्रदेश के अमरोहा ज़िले से एक ऐसी खबर सामने आई है जिसको सुनकर आप दंग रह जाएंगे। यहाँ एक सेवानिवृत्त कानूनगो की रहस्यमयी हत्या का मामला सामने आया है।
दरअसल सेवानिवृत्त कानूनगो दयाराम सिंह को घर वालों ने दिल का दौरा पड़ने से मरा हुआ समझ लिया था। वे उन्हें निजी चिकित्सक के पास भी ले गए जहाँ उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद घर वाले पैतृक गांव ले जाकर उनके दाह संस्कार की तैयारी में जुटे थे। यहां तक नहला धुला कर शव को टिकठी पर भी लिटा दिया गया था। तभी दयाराम की सलहज ने उनके शरीर पर गोलियों के निशान देखे तो शोर मचाया। इसके बाद उसने 112 नंबर काल करके पुलिस को बुला लिया। बाद में परिजनों ने भी थाने पहुंचकर हत्या का आरोप लगाया।
इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया। नगर के मोहल्ला शिवपुरी निवासी 63 वर्षीय दयाराम सिंह कानूनगो के पद से सेवानिवृत्त थे। उनके घर में ही सौंदर्य प्रसाधन(कॉस्मेटिक्स) की दुकान है, जिस पर वे अक्सर बैठते थे।
शुक्रवार की रात करीब आठ बजे वे रहस्यमय हालात में दुकान में खून से लथपथ पड़े मिले। बताया जाता है कि पड़ोसियों ने तीन-चार बार फायरिंग की आवाज भी सुनी थी। वे आए भी थे। लेकिन दयाराम की बेटी ने पड़ोसियों को बताया कि उसके पिता को दिल का दौरा पड़ा है।
इसके बाद घर वाले दयाराम को किसी निजी चिकित्सक के यहां ले गए जिसने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आनन-फानन में घर वाले दयाराम के शव को लेकर उनके पैतृक गांव लखनिया ले गए। वहां नहला-धुलाकर दयाराम के शव को टिकठी पर लिया दिया गया था। रिश्तेदार दाहसंस्कार के लिए ब्रजघाट ले जाने की तैयारी में थे।
तभी दयाराम की सलहज ने यह कहते हुए कि पहली चादर ससुराल पक्ष से पड़ती है, शव पर पड़े कफन को हटा दिया। उसने शरीर पर गोलियों के निशान देखने के बाद शोर मचा दिया। इसके बाद घर वाले भी सक्रिय हुए और पुलिस को बुलाकर हत्या की आशंका जाहिर करने लगे। मौके पर कोतवाल जयवीर सिंह की अगुवाई में पुलिस भी पहुंची। शव का पंचनामा करते हुए पुलिस ने उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।