पिता की मौत के बावजूद मैदान पर उतरकर टीम को बनाया चैंपियन, घर लौटी तो मां ने लगाया गले
नई दिल्ली। भारतीय हॉकी टीम की खिलाड़ी लालरेमसियामी आज कल सोशल मीडिया पर खूब ट्रेंड हो रही है। जानकारी के लिए बता दें कि मिजोरम की इस खिलाड़ी ने हिरोशिमा में एफआईएच वूमेन सीरीज फाइनल में खेलने का फैसला ऐसे समय पर किया जब उनके पिता जी का देहांत हो गया। वह देश की जीत के लिए अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाई। लालरेमसियामी का पिता के अंतिम संस्कार में शामिल न होकर देश के लिए खेलना, एक मिसाल बन गया है। लालरेमसियामि के पिता की मौत शुक्रवार को हार्ट अटैक से हो गयी थी। ऐसे कठिन समय में लालरेमसियामी टीम को छोड़कर वापस घर नहीं गईं।
बता दें कि भारत ने पहले 4-2 से चिली को हराया। फिर फाइनल में जापान को 3-1 से मात दी। साथ ही भारतीय टीम की कैप्टन रानी रामपाल ने मैच की जीत को लालरेमसियामी के पिता को समर्पित किया। हालाँकि सीरीज ख़तम होने के बाद जब लालरेमसियामी मंगलवार को अपने घर पहुंची तो वह खुद को रोक न सकीं और अपनी मां के गले लगकर रो पड़ीं। उनकी मां के साथ मिजोरम सरकार के अधिकारी और उनके पूरे गांव के लोग भी वहां मौजूद थे ।
लालरेमसियामी को उनके साथियों द्वारा सियामी नाम से पुकारा जाता है। लालरेमसियामी के खेल के प्रति जुनून को देखते हुए केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू ने ट्विटर पर लालरेमसियामी के पिता के निधन की बात शेयर की। उन्होंने लिखा, ‘भारतीय महिला हॉकी खिलाड़ी लालरेमसियामी के पिता का निधन हो गया। इस समय भारत, हिरोशिमा में सेमीफाइनल खेल रहा था। उन्होंने (लालरेमसियामी) अपने कोच से कहा, ‘मैं अपने पिता को गर्व महसूस करवाना चाहती हूं। मैं खेलना चाहती हूं और भारत को क्वालीफाई करवाना चाहती हूं।’