BREAKING : केदारनाथ में दोबारा आ सकती है वर्ष 2013 जैसी महाप्रलय !
भूवैज्ञानिकों ने केदारनाथ को लेकर डराने वाला खुलासा किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि अगर केदारघाटी में किया जा रहा अंधाधुंध निर्माण कार्य महाविनाश को दोबारा न्यौता दे सकता है।
साल 2013 के महाविनाश से सरकार ने कोई सबक नहीं लिया है। केदारपुरी हो या गौरीकुंड-पैदल मार्ग सभी जगह अवैज्ञानिक ढंग से ग्लेशियर की ओर से आई गाद (मोरेन) के ऊपर और एवलांच शूट (ग्लेशियरों के तीव्रता से बहने वाला मार्ग) के मुहाने पर निर्माण हो रहा है। इससे बड़ी आपदा को दोबारा न्योता दिया जा रहा है।
भूवैज्ञानिकों ने चेताया है कि मोरेन के ऊपर और एवलांच के मुहाने पर निर्माण कार्य चल रहा है,इससे खतरा है। पहले केदारनाथ क्षेत्र में सीधे हिमपात ही होता था। ग्लेशियर धीरे-धीरे गलते थे और इसका पानी नुकसान नहीं पहुंचाता था, लेकिन वातावरण में बढ़ते तापमान से घाटी में अतिवृष्टि होने की संभावना रहती है। इससे एवलांच शूट खतरनाक पहले से अधिक विनाशकाय होते जा रहे हैं।
फिलहाल अभी मंदिर क्षेत्र में खराब मौसम और बर्फबारी के कारण निर्माण कार्य थमा हुआ है। केदारनाथ मंदिर के कपाट इस वर्ष 09 मई को दोबारा खुल रहे हैं।