पाकिस्तान में हिंदू लड़कियों की हालत जानकर रो देंगे आप, तेज़ी से घट रही हिंदुओं की संख्या
कई विदेशी समाचार पत्रों ने पाकिस्तान पर एक बड़ा सवाल खड़ा किया है कि आख़िर कम उम्र की हिंदू लड़कियां ही क्यों इस्लाम से प्रभावित होकर धर्म परिवर्तन करती हैं ?
पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री इमरान खान को तालिबान खान भी कहा जाता रहा है, क्योंकि उनके कट्टरपंथी तत्वों के साथ रिश्ते रहे हैं। मगर प्रधानमंत्री बनने के बाद वे नया पाकिस्तान चाहते हैं। उनका दावा है कि ‘नए पाकिस्तान’ में अल्पसंख्यकों को बराबरी का दर्जा मिले।
मगर यहां पर बराबरी का दर्जा मिलना तो दूर रहा पाकिस्तान अलपसंख्यकों के लिए नरक ही साबित हो रहा है। पाकिस्तान में अलपसंख्यकों के हालात इतनी बुरी है कि मानवाधिकार संगठनों के अनुसार, पिछले पचास वर्षों में पाकिस्तान में बसे नब्बे प्रतिशत हिंदू देश छोड़ चुके हैं और धीरे-धीरे उनके पूजा स्थल और मंदिर भी नष्ट किए जा रहे हैं। हिंदुओं की संपत्ति पर जबरन कब्जे के कई मामले सामने आ रहे हैं।
भारत के बंटवारे के समय, पश्चिमी पाकिस्तान या मौजूदा पाकिस्तान में, 15 प्रतिशत हिंदू रहते थे। लेकिन 1998 में देश में की गई अंतिम जनगणना के अनुसार, उनकी संख्या मात्र 1.6 प्रतिशत रह गई है।