अमेरिकी फुटबाल टीम ने महासंघ पर लगाया भेदभाव का आरोप
लॉस एंजेलिस, 9 मार्च (आईएएनएस)| अमेरिकी महिला फुटबाल टीम की 28 सदस्यों ने राष्ट्रीय फुटबाल महासंघ पर लैंगिक असमानता का आरोप लगाते हुए न्यायालय में शिकायत दर्ज कराई है।
समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, अमेरिकी जिला न्यायालय में दाखिल शिकायत में महिला खिलाड़ियों ने अमेरिका फुटबाल महासंघ (यूएसएसएफ) पर लैंगिंक असमानता को बढ़ावा देने की बात कही है।
खिलाड़ियों ने कहा है कि उन्हें पुरुष टीम के खिलाड़ियों की तुलना में कम पैसा मिलता है। इसके साथ ही महिलाओं ने महासंघ पर कम मैचों के आयोजन, फिजिकल ट्रेनिंग और कोचिंग की गुणवत्ता तथा यतायात के प्रबंध में भेदभाव करने की बात कही है।
दाखिल की गई शिकायत के मुताबिक, “राष्ट्रीय महिला टीम और राष्ट्रीय पुरुष टीम के वेतन में अंतर बताता है कि अगर दोनों टीमें हर साल 20 मैच खेलती हैं और सभी मैच जीतती हैं तो महिला टीम को ज्यादा से ज्यादा 99,000 डालर मिलेंगे जबकि पुरुष टीम को 263,320 डालर मिलेंगे।”
यह पहली बार नहीं है कि महिला टीम ने यूएसएसएफ पर इस तरह के आरोप लगाए हैं। 2016 में पांच महिला खिलाड़ियों ने समान रोजगार अवसर समिति (ईईओसी) में भी वेतन में असमानता बरतने के आरोप लगाए थे जिससे खिलाड़ियों को महासंघ के खिलाफ कदम उठाने की अनुमति मिल गई थी।
पांच शिकायतों में से पूर्व गोलकीपर होप सोलो ने बीते साल अगस्त में यूएसएसएफ के खिलाफ लैंगिंक असमानता की याचिका दाखिल की थी।
इस बार जो 28 खिलाड़ियों ने शिकायत की है उनमें कार्ली ल्योड, मेगन रापिनोए और एलेक्स मोर्गन जैसी बड़ी खिलाड़ियों के नाम शामिल हैं।
न्यूयार्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ये लोग लाखों डालर की मांग कर रही हैं।
अमेरिकी महिला टीम को अंतर्राष्ट्रीय फुटबाल की सबसे सफल टीमों में से गिना जाता है। उनके पास महिला विश्व कप, चार ओलम्पिक स्वर्ण पदक, आठ कॉनकाकेफ स्वर्ण पदक और 10 अल्गार्वे कप के खिताब हैं।
मोर्गन ने कहा, “हम में से हर किसी को अमेरिका की जर्सी पहनना पसंद है। जो भी जिम्मेदारी हमारे सामने आती है हम उसे गंभीर रूप से लेते हैं। हम विश्वास रखते हैं कि खेल में लैंगिंक असमानता के खिलाफ लड़ाई लड़ना भी इस जिम्मेदारी का हिस्सा है।”
यह टीम इस साल फ्रांस में होने वाले महिला विश्व कप में अपना खिताब बचाने की तैयारी कर रही है। इस टीम ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महासंघ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का फैसला किया।