सतना अपहरण : आरोपियों तक पहुंचने में मददगार बना राहगीर
सतना, 24 फरवरी (आईएएनएस)| मध्य प्रदेश के सतना जिले से अपहृत जुड़वा भाइयों को पुलिस जीवित तो नहीं बरामद कर सकी मगर आरोपियों तक पहुंचने में उसके लिए एक राहगीर मददगार बना।
राहगीर ने शंका होने पर आरोपियों की मोटर साइकिल की तस्वीर खींच ली थी और उसी के सहारे पुलिस आरोपियों तक पहुंची। रीवा परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक चंचल शेखर ने रविवार को संवाददाताओं को आरोपियों द्वारा अपनाई गई रणनीति का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि आरोपियों ने श्रेयांश और प्रियांश के पिता ब्रजेश रावत से फिरौती मांगने के लिए हर बार राहगीरों से फोन मांगकर बात की।
शेखर के अनुसार, जब एक राहगीर को इन मोटरसाइकिल सवारों की बातचीत पर शक हुआ तो उसने मोटरसाइकिल की ही तस्वीर उतार ली। पुलिस ने जब फोन पर संपर्क किया तो संबंधित व्यक्ति ने आरोपियों की मोटरसाइकिल की तस्वीर उपलब्ध करा दी। इस मोटर साइकिल का नंबर यू़ पी. 90 एल़ 5707 पाया गया। जब पुलिस ने तहकीकात की तो वह रोहित द्विवेदी की निकली। रोहित उत्तर प्रदेश जिले के बबेरु थाना क्षेत्र का निवासी निकला और पुलिस एक-एक कर छह आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफल रही। मगर आरोपी तब तक फिरौती के 20 लाख रुपये लेने के बाद दोनों बच्चों को यमुना नदी में फेंक चुके थे।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों को डर था कि बच्चों ने उन्हें पहचान लिया है और बच्चे राज खोल देंगे, जिससे उनकी गिरफ्तारी तय है। आरोपियों ने दोनों बच्चों के हाथ लोहे की जंजीरों से बांधे और नदी में फेंक दिया।