‘शिष्ट भारत अभियान’ की शुरूआत
नई दिल्ली, 21 फरवरी (आईएएनएस)| पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि वरिष्ठ लोगों को अपने आचरण से युवा पीढ़ी के सामने उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए, ताकि युवा अपनी पुरानी पीढ़ियों को देखकर स्वभाविक रूप से मूल्यों को प्राप्त कर सकें। वे गुरुवार को नई दिल्ली में एक गैर-सरकारी संगठन द्वारा आयोजित ‘शिष्ट भारत अभियान’ की शुरुआत के अवसर पर बोल रहे थे।
इस आयोजन की थीम- स्कूलों और कॉलेजों में नैतिक विज्ञान शिक्षा के महत्व पर चर्चा करना और पाठ्यक्रम में नैतिक विज्ञान को एक विषय के रूप में शामिल करना था।
डॉ. जितेन्द्र सिंह ने कहा कि वरिष्ठों को सबसे पहले अपने आपको शिक्षित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्राचीन ग्रंथों में कहा गया है कि मूल्यों को बदलने में तीन पीढ़ियां लगती हैं, इसलिए हमारी आने वाली पीढ़ियों में अच्छे मूल्यों को शामिल करने के लिए लगातार प्रयास किए जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत एक गतिशील लोकतंत्र है और इन बदलावों को अपनाना सीखकर हम लाभ उठा सकते हैं।
मंत्री कहा कि इस तरह के अभियान जनता को रचनात्मक दिशा में ले जाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किया गया ‘स्वच्छ भारत अभियान’ आज जन-आंदोलन बन गया है। इस अभियान से जनता जागरूक हुई है और उसके ऊपर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत से एक साल के भीतर लाखों शौचालय बनाए गए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जनता की मानसिकता और व्यवहार में बहुत बदलाव आया है।
आयोजन के दौरान उपरोक्त विषय पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार भी प्रदान किए गए तथा नैतिक आदर्शो और नागरिक मूल्यों के महत्व पर चर्चा भी की गई।