चिरोन बेहरिंग का अधिग्रहण करेगी भारत बॉयोटेक
हैदराबाद, 15 फरवरी (आईएएनएस)| भारत बायोटेक ने शुक्रवार को घोषणा की कि उसने ग्लेक्सोस्मिथक्लाइन एशिया के साथ चिरोन बेहरिंग वैक्सींस के अधिग्रहण के लिए समझौता किया है, जिससे वह रेबीज टीके की दुनिया की सबसे बड़ी निर्माता हो जाएगी। हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक गुजरात के अंकलेश्वर में स्थित चिरोन बेहरिंग वैक्सींस प्रा. लि. की 100 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेगी और यह सौदा पूरी तरह से नकद होगा।
भारत बॉयोटेक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डॉ. कृषणा ईला ने यहां एक समाचार सम्मेलन में इसकी घोषणा की। उन्होंने हालांकि सौदे की रकम की जानकारी नहीं दी।
चिरोन बेहरिंग वैक्सींस दुनिया की सबसे पुरानी टीका कंपनी है, जिसकी स्थापना चिरोन कॉर्पोरेशन यूएसए ने होचेस्ट एजी का टीका कारोबार खरीद कर की थी।
चिरोन बेहरिंग वैक्सींस डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) की पूर्व योग्य निर्माता है, जो संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों को आपूर्ति की पात्र है और कंपनी के उत्पाद 37 देशों में पंजीकृत हैं।
ईला ने कहा कि चिरोंग बेहरिंग एक अलग कंपनी के रूप में काम करती रहेगी, लेकिन रेबीज टीके को एक नए ब्रांड नाम से बनाएगी। इस इकाई की क्षमता 1.5 करोड़ खुराक के निर्माण की है।
अनुमान है कि भारत में हर साल 20 लाख लोगों को कुत्ता काटता है और करीब 3.5-4 करोड़ रेबीज वैक्सिन खुराक की जरूरत हर साल होती है।