एक्जिम बैंक बांड इश्यू से 2 अरब डॉलर जुटाएगी
चेन्नई, 11 फरवरी (आईएएनएस)| भारतीय निर्यात-आयात बैंक (एक्जिम बैंक) व्यापारिक उद्देश्यों के लिए 2 अरब डॉलर की रकम बांड जारी कर जुटाएगी, और इसकी गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) केवल 3.79 फीसदी है। कंपनी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि बैंक का करीब 480 करोड़ रुपये का बकाया विदेशी सहायक कंपनियों के माध्यम से कर्ज से लदी आईएलएंडएफएस पर है, हालांकि इन कर्जो के किश्तों का पुनर्भुगतान किया जा रहा है, लेकिन एक्जिम बैंक कर्ज की रकम को कम करना चाहती है।
बैंक के प्रबंध निदेशक डेविड रसक्विन्हा ने यहां संवाददाताओं से कहा, “हमने इस कैलेंडर वर्ष में हमारे व्यापारिक उद्देश्यों के लिए करीब 2 अरब डॉलर जुटाने की योजना बनाई है। हमें चालू वित्त वर्ष में सरकार से पुनर्पूंजीकरण बांड के माध्यम से 4,500 करोड़ रुपये की अतिरिक्त पूंजी मिलने की उम्मीद है।”
उनके मुताबिक, सरकार द्वारा पुनर्पूजीकरण की अगली किश्त के तहत अगले वित्त वर्ष में 1,500 करोड़ रुपये की पूंजी डाली जाएगी।
रसक्विन्हा ने कहा, “1,500 करोड़ रुपये की पूंजी दो तरीकों से आएगी, नकदी के जरिए 950 करोड़ रुपये और पुनर्पूजीकरण बांड के माध्यम से 550 करोड़ रुपये।”
उन्होंने कहा कि बैंक चालू वित्त वर्ष में 140 करोड़ रुपये मुनाफा कमाने के लक्ष्य पर सही तरीके से बढ़ रहा है।
रसक्विन्हा ने कहा, “हम अपने कारोबार की समीक्षा और आगे की कारोबारी योजनाओं की पड़ताल के लिए एक सलाहकार की सेवाएं लेंगे। सलाहकार की सेवाएं लेने के लिए आरएफपी (रिक्वेस्ट ऑफ प्रपोजल) जल्द जारी किए जाएंगे।”
उन्होंने आईएलएंडएफएस को दिए गए कर्ज को लेकर कहा, “हमारा कुल 480 करोड़ रुपये का कर्ज है, जिसका 60 फीसदी गांरटी और 40 फीसदी नकदी है। बैंक ने आईएलएंडएफएस की इथियोपिया, बोत्सवाना और स्पेन स्थित सहायक कंपनियों को सड़क परियोजनाओं के लिए कर्ज दिया था। इन कर्ज की किश्तों का नियमित भुगतान प्राप्त हो रहा है और अभी तक कोई समस्या नहीं आई है।”
रसक्विन्हा ने कहा कि हालांकि आईएलएंडएफएस अगर सड़क परियोजना कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बेचती है, तो गारंटी के रूप में बैंक का जोखिम कम होगा।