चोकसी ने भारतीय नागरिकता छोड़ी
मुंबई, 21 जनवरी (आईएएनएस)| भारत में अपने खिलाफ चल रही जांच को और पेचीदा बनाते हुए 13,500 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले के मुख्य आरोपियों में से एक भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी ने वेस्टइंडीज के एंटीगुआ एवं बरबुडा द्वीप की नागरिकता पाने के लिए भारतीय नागरिकता छोड़ दी है।
आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। चोकसी को पिछले वर्ष यहां की नई नागरिकता मिली थी और उसने अपने रद्द भारतीय पासपोर्ट संख्या जेड3396732 को कॉपरेटिव रिपब्लिक ऑफ गुयाना के भारतीय उच्चायुक्त में जमा करवा दिया है और अन्य औपचारिकताओं के लिए 177 डॉलर का शुल्क चुकाया है।
कॉपरेटिव रिपब्लिक ऑफ गुयाना में भारतीय उच्चायोग एंटीगुआ व बरबुडा और सेंट किट्स व नेविस के लिए भी अधिकृत है।
मुंबई में चोकसी के वकील से आईएएनएस ने जब संपर्क किया तो, उन्होंने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और कहा कि अब वह उनके (चोकसी के) संपर्क में नहीं हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में सूत्रों ने कहा कि नए मामले के बावजूद, भारत सरकार एंटीगुआ और बरबुडा के जरिए कूटनीतिक और कानूनी उपायों के माध्यम से चोकसी को कानून की जद में लाने का प्रयास करते रहेंगे।
चोकसी और उसके भांजे नीरव मोदी पर पीएनबी की ब्रेडी हाउस शाखा के जरिए कुछ बैंक अधिकारियों की मिलीभगत से अपनी समूह की कंपनियों के लिए फर्जी लेटर्स ऑफ अंडरटेकिंग (एलओयू) जारी कर 13,500 करोड़ रुपये से ज्यादा का घोटाला करने का आरोप है।
चोकसी द्वारा भारतीय नागरिकता छोड़ने के बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के लिए नई मुसीबत पैदा हो सकती है, जो नीरव मोदी और उसके अन्य संबंधियों के प्रत्यर्पण के बारे में सोच रही थी। ऐसा माना जा रहा है कि नीरव मोदी के रिश्तेदार दुनिया के विभिन्न देशों में छुपे हुए हैं।