अच्छे एथलीट निकालने के लिए खेल संस्कृति की जरूरत : सुनिता
नई दिल्ली, 20 जनवरी (आईएएनएस)| अनुभवी मैराथन धावक और बॉर्न2रन हाफ मैराथन की निदेशक सुनिता गोदरा का मानना है कि भारत में उच्च स्तरीय मैराथन धावकों को निकालने के लिए खेल संस्कृति, वैज्ञानिक मार्गदर्शन और जमीनी स्तर पर अभ्यास की सुविधाओं की जरूरत है।
इन सभी की कमी के कारण ही देश में उच्च स्तरिय मैराथन धावक नहीं निकल पा रहे हैं।
बॉर्न2रन हाफ मैराथन का आयोजन 27 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में किया जा रहा है। इस में पांच किलोमीटर, 10 किलोमीटर और 21.1 किलोमीटर के तीन वर्गो में मैराथन का आयोजन किया जाएगा।
सुनिता ने आईएएनएस से कहा, “हमारे देश में खेल संस्कृति, वैज्ञानिक मार्गदर्शन और जमीनी स्तर पर अभ्यास करने की कमी के कारण हम पिछड़े हुए हैं। बीते कुछ वर्षो में हालांकि मैराथन लोगों की फिटनेस का अहम हिस्सा बन गई है।”
उन्होंने कहा, “इस बात को लेकर यह तर्क दिया जा सकता है कि मैराथन को सरकार से प्रोत्साहन मिलना चाहिए ताकि धावक अपने प्रदर्शन को सुधार सकें। इसके लिए पहचान मिलना और स्पांसरशिप दोनों बहुत जरूरी हैं और मीडिया इसमें बड़ा रोल अदा कर सकता है।”
सुनिता ने कई मैराथनों में हिस्सा लिया है। उन्होंने कुल 76 फुल मैराथन पूरी की हैं और 25 स्वर्ण, 12 रजत, 13 कांस्य पदक हैं।
इस मैराथन पर अपने जुड़ाव पर उन्होंने कहा, “जो बात मुझे बॉर्न2रन में प्रभावित करने वाली लगी वो इसका ऐसे एनजीओ से जुड़ाव है, जो ऐसे संदेश को बढ़ावा दे रहा है जिनकी मुझे परवाह है। उदाहरण के तौर पर गांवों का विकास, युवाओं और महिलाओं को विकास, स्वास्थय और फिटनेस पर ध्यान देना और लोगों को शिक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करना।”