आंध्रप्रदेश छात्रा हत्या मामले में बरी किए गए युवक से पूछताछ
विजयवाड़ा, 18 जनवरी (आईएएनएस)| आंध्रप्रदेश की एक छात्रा के साथ दुष्कर्म और हत्या के एक दशक पुराने मामले की जांच हाल ही में शुरू करने वाले केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) ने शुक्रवार को सत्यम बाबू से पूछताछ की। सत्यम को इस मामले में वर्ष 2017 में बरी कर दिया गया था। सीबीआई अधिकारियों की एक टीम ने यहां से समीप उसके घर में पूछताछ की। एजेंसी इसके साथ ही उसके परिवार के सदस्यों के बयान रिकॉर्ड कर रही है।
हैदराबाद उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद जांच अपने हाथ में लेने वाली सीबीआई उस निजी छात्रावास के प्रबंधकों से भी पूछताछ करेगी, जहां बी.फार्मेसी की छात्रा के साथ 26-27 दिसंबर की मध्यरात्रि को दुष्कर्म किया गया और उसकी हत्या कर दी गई।
सीबीआई ने दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की है। एक दुष्कर्म व हत्या के लिए अज्ञात लोगों के खिलाफ व सबूत मिटाने के लिए विजयवाड़ा अदालत के तीन कर्मचारियों के खिलाफ दूसरा मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने 2008 में दावा किया था कि मोबाइल फोन चोरी करने के आरोप में गिरफ्तार सत्यम बाबू ने हत्या का जुर्म कबूला है।
हैदराबाद उच्च न्यायालय ने 2017 में बाबू को बरी कर दिया था और मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए थे। राज्य सरकार ने मामले की ताजा जांच के लिए विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया था।
एसआईटी की जांच का निरीक्षण कर रहे उच्च न्यायालय ने पाया कि न्यायालय में बाबू की दोषसिद्धी के खिलाफ याचिका लंबित रहने के बावजूद 2014 में महिला अदालत विजयवाड़ा ने मामले में सबूतों को नष्ट कर दिया। इस मामले का गंभीरता से संज्ञान लेते हुए, उच्च न्यायालय इस नतीजे पर पहुंची कि केवल स्वतंत्र जांच एजेंसी ही मामले की सच्चाई बाहर ला सकती है।
पीड़िता के माता-पिता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने जांच को भटकाने के लिए बाबू पर दोष मढ़ दिया, क्योंकि इस अपराध में एक ताकतवर राजनीतिज्ञ परिवार का रिश्तेदार संलिप्त था। पीड़िता के माता-पिता शिक्षक हैं।