PAYTM और PHONEPE यूज़ करने वालों के लिए बड़ी खबर, अब मिलेंगे 10 हज़ार रुपए
RBI ने मोबाइल वॉलेट कंपनियों के लिए नई गाइडलाइन जारी की है। इस लाइडलाइन के अंतर्गत लोगों को बैंकिंग धोखाधड़ी रोकने के लिए नए नियम लागू किए हैं।
नए नियमों में अब यूजर्स को किसी भी फ्रॉड या अनधिकृत लेनदेन से बचाया जा सकेगा। RBI ने कहा है कि मोबाइल वॉलेट यूजर्स को क्रेडिट वे डेबिट कार्ड यूजर्स की तरह की सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी।
सभी मोबाइल वॉलेट कंपनियों को कहा गया है कि हर ट्रांजेक्शन अलर्ट मैसेज के साथ एक कॉन्टेक्ट नंबर भी उपलब्ध कराए, जिसपर यूजर्स फ्रॉड केस को रिपोर्ट कर सकें। Paytm, PhonePe, Amazon Pay जैसी कंपनियों यह सुनिश्चिक करें कि हर यूजर एसएमएस अलर्ट के लिए रजिस्टर है, जिससे उसे हर ट्रांजेक्शन का एसएमएस, ईएमेल और नोटिफिकेशन भेजी जा सके। सभी मोबाइल वॉलेट कंपनियों को 24/7 कस्टमर केयर हेल्पलाइन सेटअप करनी होगी, जिससे यूजर्स किसी भी फ्रॉड या चोरी की रिपोर्ट कर सकें।
अगर यूजर किसी फ्रॉड ट्रांजेक्शन के लिए रिपोर्ट नहीं भी करता है तो भी मोबाइल वॉलेट कंपनी को रिफंड देना होगा। अगर किसी फ्रॉड ट्रांजेक्शन की जानकारी 4 से 7 दिन के भीतर कर दी जाती है तो कंपनी द्वारा यूजर को ट्रांजेक्शन वैल्यू या 10,000 रुपए (जो भी कम हो) वापस देनी होगी।
RBI ने मोबाइल वॉलेट यूजर्स को क्रेडिट वे डेबिट कार्ड यूजर्स की तरह की सुरक्षा मुहैया कराई जाने की भी बात कही है। अगर किसी यूजर को किसी भी मोबाइल वॉलेट के जरिए किसी भी तरह के फ्रॉड/लापरवाही/कमी का सामना करना पड़ता है तो 3 दिनों के भीतर रिपोर्ट करने पर कंपनी को पूरी राशि वापस करनी होगी।
अगर कोई फ्रॉड 7 दिन के बाद रिपोर्ट किया जाता है तो RBI द्वारा निर्धारित की गई मोबाइल वॉलेट कंपनी की पॉलिसी के आधार पर ही रिफंड दिया जाएगा। सभी रिफंड केस कंपनी द्वारा रिपोर्ट किए जाने के 10 दिन के भीतर सुलझाए जाने चाहिए। सभी शिकायतों या विवादों को 90 दिनों के भीतर हल करने करना होगा, भले ही गलती किसकी हो। अगर शिकायत 90 दिन के अंदर हल नहीं की जाती है तो कंपनी यूजर को पूरा पैसा रिफंड करेगी, जिन यूजर्स का KYC वेरिफिकेशन नहीं हुआ है उनके मोबाइल वॉलेट्स फरवरी 2019 के बाद काम करना बंद कर देंगे।