सरकार, मतदाताओं व मीडिया के बीच संवाद के लिए ‘माईअंतर्रात्माडॉटओआरजी’ लांच
नई दिल्ली, 10 जनवरी (आईएएनएस)| सरकार, मतदाताओं व मीडिया के बीच संवाद प्रक्रिया को सुधारने और देश को बेहतर बनाने के संबंध में शिक्षित पुरुष व महिलाओं को अपने विचारों को साझा करने के उद्देश्य से बेंगलुरू के एक मैनेजमेंट और बिजनेस सलाहकार ने एक ऑनलाइन मंच लॉन्च किया।
एक बयान में गुरुवार को इस बात की जानकारी दी गई। बयान के मुताबिक, बेंगलुरू के मैनेजमेंट और बिजनेस सलाहकार वेणु शर्मा ने ‘माईअंतर्रात्माडॉटओआरजी’ नाम से यह मंच लॉन्च किया है।
वेणु ने कहा, “हमें देश के युवाओं को मैनेजमेंट के आधुनिक मंत्र सिखाने के साथ-साथ राष्ट्रीय विरासत और प्राचीन गौरवशाली इतिहास की जानकारी, स्थानीय स्तर पर उत्पादकता बढ़ाने के लिए उन्हें प्रेरित, टीक्यूएम, केआईजेडएएन (किजान) जैसे सर्वश्रेष्ठ मैनेजमेंट मंत्रों की शिक्षा और अपने नौजवान व नेक्सट जेनरेशन के बच्चों को भारतीय विरासत और वेदों की शिक्षा देनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “देश में जल्द लोकसभ चुनाव होने वाले हैं इसलिए यह विचार करना बेहद आवश्यक है कि मौजूदा सरकार ने पिछले पांच साल में किस तरह काम किया है और किन मोर्चो पर यह मतदाताओं की उम्मीद पर खरी उतरी है। इसलिए यह विचार-विमर्श करना बहुत जरूरी हो जाता है कि इसके अलावा और क्या होना चाहिए और भविष्य में राजनैतिक दलों को अपने विजन दस्तावेजों और चुनावी घोषणापत्र पर किस तरह से काम करना चाहिए।”
इस प्लेटफॉर्म का मकसद भारत के आम नागरिकों, मीडिया और नीति निर्माताओं के बीच विचार-विमर्श या संवाद की प्रक्रिया को शुरू करना है, जिससे भारत के बेहतर भविष्य की बुनियाद रखने की दिशा में सभी लोग मिलकर एक साथ काम कर सकें। इस मंच का मकसद स्वस्थ दोतरफा संवाद के लिए इस मंच से उभरी हुई आवाज को नीति निर्माताओं तक पहुंचाना है।
केरल के कासरागोड के रहने वाले वेणु ने कहा, “छोटे विकसित देशों की तुलना में भारत अपनी प्रकृति से ही काफी जटिल है क्योंकि यहां हमें विविधतापूर्ण संस्कृति देखने को मिलती है, जहां विभिन्न भाषाओं, जातियों, रंग-रूप, भावनाओं, शहरी और ग्रामीण जीवन में अंतर, अमीर और गरीब के बीच बढ़ती खाई, लिंग पर आधारित भेदभाव और विभिन्न धर्म आदि पाए जाते हैं। इसलिए राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में मिलकर कार्य करना समाज का सामूहिक दायित्व है।”
इस प्लेटफॉर्म पर होने वाले संवाद का नौ सूत्रीय एजेंडा कृषि, बैंक व फाइनेंस, शिक्षा, ऑटोमोबाइल, फार्मा-स्वास्थ्य-अस्पताल, निर्माण और कारोबार, सामाजिक मुद्दे, सिस्टम प्रोसेस, पारदर्शिता के साथ सुशासन, अंतरराष्ट्रीय संबंध और देशभक्ति है।
बयान के मुताबिक, इस प्लेटफॉर्म पर विचार-विमर्श की प्रक्रिया में शामिल लोग इसमें से किसी भी मुद्दे पर विचार-विमर्श शुरू कर सकते हैं और एक वास्तविक नतीजे पर पहुंच सकते हैं।