पीडब्ल्यूएल से ही एशियाई खेलों में स्वर्ण जीत पाई : विनेश
नई दिल्ली, 9 जनवरी (आईएएनएस)| एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय प्रो रेसलिंग लीग (पीडब्ल्यूएल) की कड़ी मेहनत को दिया है। विनेश ने बुधवार को एक बयान में कहा कि एशियाई खेलों में अगर वह स्वर्ण पदक जीतने में कामयाब हुई हैं तो इसमें पीडब्लूएल का बड़ा योगदान है क्योंकि इस लीग ने उन्हें कड़ी प्रतियोगिता मुहैया कराई है जो उनके अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में बहुत काम आई।
विनेश सीजन-1 में दिल्ली वीर से और सीजन-3 में यूपी दंगल की ओर से खेली थीं। चोट के कारण वह सीजन 2 में भाग नहीं ले पाईं थीं।
विनेश इस बार 14 से 31 जनवरी तक चलने वाली लीग के चौथे संस्करण में मुम्बई महारथी की तरफ से खेलते नजर आएंगी। मुम्बई ने प्लेयर ड्राफ्ट में विनेश को 25 लाख रुपये में खरीदा है।
विनेश इस सीजन में एमपी योद्धा की रितु फोगट, एनसीआर पंजाब की अंजू, यूपी दंगल की वानेसा कालादजि़ंस्काया, हरियाणा हैमर्स की सीमा और यूपी दंगल की पिंकी से भिड़ेगी। इनमें वानेसा कालादजि़ंस्काया पिछले साल की विश्व चैम्पियन हैं।
विनेश ने वानेसा के खिलाफ होने वाले मुकाबले को लेकर कहा कि वह पिछले साल उनकी यूपी दंगल टीम का हिस्सा थीं लेकिन इस बार वह उनकी प्रतिद्वंद्वी बन गई हैं।
विनेश ने कहा, “पीडब्ल्यूएल सीजन-3 में चीन की सुन यनान से उनके दो मुकाबले हुए और दोनों बार ही सुन ने उन्हें पराजित किया। इस हार से उन्होंने बहुत कुछ सीखा और यही सीख उनके बाद की प्रतियोगिताओं में बहुत काम आई। एशियाई खेलों में सुन यनान से उनका पहला ही मुकाबला पड़ गया और उन्होंने पीडब्ल्यूएल की गलतियों से सबक लेते हुए सुन के खिलाफ जो रणनीति बनाई, वह पूरी तरह सही साबित हुई। वह उन्हें एकतरफा अंदाज में हराने में सफल रहीं।”
एशियाई खेलों की स्वर्ण विजेता ने इस सीजन में अपने प्रतिद्वंद्वियों के बारे में पूछने पर कहा कि लीग में भाग ले रहे ज्यादातर भारतीय खिलाड़ियों को वह कई बार हरा चुकी हैं।
विनेश ने कहा, “मैं किसी को हल्के से नहीं लेतीं। मैं अपने सभी प्रतिद्वंद्वयों का सम्मान करती हूं। बाकी बेलारूस की वानेसा से मेरा मुकाबला कभी नहीं हुआ। वह मेरे वजन में नहीं थीं। संयोग से इस बार हम एक ही वजन में हें। वह पिछले साल की विश्व चैम्पियन हैं। उनके खिलाफ मुकाबला आसानी नहीं होगा।”