सबरीमाला विवाद पर केरल बंद का मिला-जुला असर
तिरुवनंतपुरम, 3 जनवरी (आईएएनएस)| सबरीमाला मंदिर में बुधवार को दो महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ सबरीमाला कर्मा समिति (एसएकेएस) द्वारा गुरुवार को सुबह से शाम तक बुलाए गए केरल बंद का मिला-जुला असर देखने को मिल रहा है। एसकेएस ने कहा कि बंद केरल सरकार की भूमिका के विरोध में है, जिसने प्रत्यक्ष रूप से बुधवार की भोर से पहले महिलाओं के मंदिर के अंदर प्रवेश को सुगम बनाया।
कई जगहों पर बंद के आयोजनकर्ताओं व बंद का विरोध करने वालों के बीच झड़प हुई है।
सरकारी व निजी बसें सड़कों से दूर हैं, जबकि अन्य निजी वाहन चल रहे हैं। तिरुवनंपुरम व केरल के दूसरे प्रमुख शहरों में निजी कारें व दोपहिया वाहन आम दिनों की तरह चल रहे हैं।
कन्नूर में भाजपा दफ्तर के पास के इलाके में वाहनों पर पथराव करने पर दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
राज्य के दो व्यापारी संगठनों ने घोषणा की है कि वे दुकानें खुली रखेंगे। हालांकि, कई इलाकों में सुबह देर तक दुकानें नहीं खुली थीं।
कोझीकोड में एसकेएस व भाजपा कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन व्यापारियों ने कहा कि वे हर हाल में अपनी दुकानें खुली रखेंगे।
कोझीकोड के दुकानदारों के एक समूह ने कहा, “बार-बार बंद का बुलाया जाना अस्वीकार्य है। हमने दुकानें खुली रखने का निर्णय किया है और अब से भविष्य में भी (बंद के बावजूद) हम दुकानें खुली रखेंगे।”
इसी तरह से कोच्चि के निकट थेवारा में दुकानें खुली हुई हैं।
कोझीकोड जिले में कर्नाटक की एक अंतरराज्यीय बस पर पथराव करने की सूचना मिली है।
इसी तरह की घटनाओं की सूचना कासरगोड, पलक्कड़ व कुछ अन्य जगहों से भी मिली है।
विभिन्न विश्वविद्यालयों की गुरुवार को निर्धारित परीक्षाओं को टाल दिया गया है और राज्य में सभी शैक्षिक संस्थान बंद हैं।
इस बीच, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की अध्यक्षता में होने वाली साप्ताहिक कैबिनेट बैठक में बंद के दौरान दिक्कत पैदा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फैसला किया गया है।
इस बीच, अलप्पुझा जिले के पंडालम में भाजपा और संघ परिवार के सदस्यों ने अपने एक समर्थक की मौत के विरोध में मार्च निकाला। समर्थक सत्तारूढ़ माकपा के कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए पथराव में घायल हो गया था। बुधवार देर रात उसकी मौत हो गई। माकपा के एक कार्यकर्ता को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है।