महाराष्ट्र में क्रिसमस का जश्न
मुंबई, 25 दिसम्बर (आईएएनएस)| मुंबई सहित समूचे महाराष्ट्र में रह रहे 10 लाख से अधिक ईसाइयों द्वारा हर्षोल्लास के साथ क्रिसमस मनाया जा रहा है।
दिन की शुरुआत में ईसाई समुदाय के लोग शहर के लगभग सभी 200 बड़े और छोटे गिरिजाघरों में पहुंचे और ईसा मसीह के जन्म को मनाया।
वहीं, सोमवार-मंगलवार की मध्यरात्रि से ही लोग एक-दूसरे को क्रिसमस की बधाई दे रहे हैं और कई तरह के पारंपरिक गीत-संगीत व गिरिजाघरों की घंटियों की आवाजें सुनीं जा रही हैं।
गिरिजाघरों, स्कूलों, कॉलेजों या खुले मैदानों में आयोजित विशेष मिडनाइट मास में लाखों लोगों ने भाग लिया जो रात 10 बजे शुरू हुआ और मंगलवार की सुबह तक जारी रहा।
मुंबई के कोलाबा, फोर्ट, मजगांव, बाइकुला, मरीन लाइंस, मुंबई सेंट्रल, दादर, बांद्रा, सैंटाक्रूज, अंधेरी, मलाड और बोरीवली में एक सप्ताह से जश्न का माहौल है।
बड़े अक्षरों में ‘मैरी क्रिसमस’ लिखे विशाल रंग-बिरंगे स्टार्स प्रमुख चौराहों, आवास परिसरों और अन्य स्थानों पर नजर आ रहे हैं।
ईसाई समुदाय के अधिकांश लोगों के घरों को क्रिसमस स्टार्स, रोशनियों, झालरों, छोटे-बड़े क्रिसमल ट्री और सैंटा क्लॉस टंगे नजर आ रहे हैं।
मुंबई के वरली क्रिसमस ट्री जो देश का प्राकृतिक रूप से बढ़ने वाला सबसे लंबे चीढ़ का पेड़ है, को भी सजाया गया है। यह पेड़ अभी 67 फुट लंबा है।
मिडनाइट मास के बाद छोटी व बड़ी पार्टियों का जश्न जारी है।
कई बच्चे व व्यस्क सैंटा क्लॉज की पोशाक में छोटे बच्चों, गरीबों, विकलांगों और धर्मार्थ संस्थानों में मिठाइयां व उपहार बांट रहे हैं।
ठाणे, पालघर, रत्नागिरी, नासिक, पुणे, सोलापुर और अन्य शहरों में भी ईसा मसीह के जन्म का जश्न मनाया जा रहा है।