पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाया जाए : पीएचडी चैंबर
नई दिल्ली, 23 दिसम्बर (आईएएनएस)| पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष राजीव तलवार ने रविवार को सरकार से पेट्रोलियम उत्पादों को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के दायरे में लाने पर विचार करने का आग्रह किया।
उन्होंने जीएसटी परिषद द्वारा कई मदों पर कर की दरों में कटौती करने के फैसले का स्वागत किया। तलवार ने एक बयान में कहा, “अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में उतार-चढ़ाव को देखते हुए पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाया जाए।”
उद्योग संगठन ने सरकार से पेट्रोलियम उत्पादों पर लगने वाले वैट (मूल्य वर्धित कर) और उत्पाद कर की जगह एक जीएसटी लगाने पर विचार करने को कहा ताकि अप्रत्यक्ष कर के दबाव को युक्तिसंगत बनाया जाए।
तलवार ने कहा, “टीवी से लेकर मूवी टिकट व अन्य मदों पर कर की दरों मं कटौती से समाज के हर वर्ग को राहत मिली है।”
जीएसटी परिषद ने शनिवार को अपनी 31वीं बैठक में कंप्यूटर मॉनिटर, टीवी स्क्रीन, वीडिया गेम्स, लिथियम ऑयन पावर बैंक समेत 17 वस्तुओं और छह सेवाओं पर जीएसटी की दरों में कटौती की।
हालिया कर कटौती में उच्चतम 28 फीसदी जीएसटी के दायरे में सीमेंट, विलासिता और और नुकसानदेह वस्त़ुओं समेत सिर्फ 28 मद रह गए हैं।