दो विधेयक पारित होने के बाद लोकसभा की कार्यवाही स्थगित
नई दिल्ली, 20 दिसम्बर (आईएएनएस)| राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर कांग्रेस द्वारा लगातार हंगामा किए जाने पर गुरुवार को लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
हालांकि स्थगित होने से पहले लोकसभा में उपभोक्ता संरक्षण विधेयक 2018 और स्वलीनता (ऑटिज्म), मस्तिष्क आघात (सेरिब्रल पाल्सी), मंदबुद्धि व बहु-अशक्तता (संशोधन) विधेयक-2018 पारित हो गया।
कांग्रेस सांसदों के शोरशराबे के बीच दोनों विधेयक पारित हुए। वे राफेल सौदे की जांच संयुक्त संसदीय समिति से करवाने की मांग कर रहे थे।
अपरान्ह दो बजे जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्री ने उपभोक्ता संरक्षण विधेयक पारित करने का प्रस्ताव किया और संक्षिप्त परिचर्चा के बाद उसे पारित कर दिया गया।
उसके बाद केंद्रीय सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने स्वलीनता (ऑटिज्म), मस्तिष्क आघात (सेरिब्रल पाल्सी), मंदबुद्धि व बहु-अशक्तता (संशोधन) विधेयक-2018 पेश किया और उसे मिनटों में ही पास कर दिया गया।
विधेयक पारित होने के बाद लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन को दिन भर के लिए स्थगित कर दिया।
इससे पहले राफेल विमान सौदे और कावेरी जल विवाद को लेकर हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही अपरान्ह दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी।
इसके तुरंत बाद कांग्रेस और तेलुगू देसम पार्टी (तेदेपा) के सांसद लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास इकट्ठा हो गए और नारेबाजी करने लगे।
कांग्रेस सांसद राफेल विमान सौदे की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग के प्लेकार्ड हाथों में पकड़े हुए थे जबकि तेदेपा सदस्य आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कर रहे थे।
हंगामे के बीच वित्तमंत्री अरुण जेटली ने वर्ष 2018-19 के लिए दूसरी अनुपूरक अनुदान मांग लोकसभा में प्रस्तुत की। उन्होंने कंपनी (संशोधन) विधेयक 2018 पेश किया।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने इसके बाद शून्यकाल शुरू किया और एआईएडीएमके के. पी.वेणुगोपाल को बोलने की अनुमति दी लेकिन कर्नाटक से भाजपा एवं कांग्रेस सदस्य ने इसका विरोध किया।
वेणुगोपाल ने कहा कि कावेरी नदी पर मेगादातु पर विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने मंजूरी दी है, जिसे वापस लिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस परियोजना से तमिलनाडु के डेल्टा क्षेत्र में लाखों किसान प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु विधानसभा ने पहले ही इस जलाशय के विरोध में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया है।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कर्नाटक पेयजल योजना की आड़ में सिंचाई परियोजना लाने की कोशिश में है।
इसका भाजपा के प्रहलाद जोशी ने विरोध किया। उन्होंने कहा कि नए बांध से निचले नदी तट वाले प्रदेश में जल प्रवाह पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
कर्नाटक से कांग्रेस सांसद हाथों में प्लेकार्ड लिए हुए थे, जिस पर लिखा था, “कावेरी हमारा अधिकार है, हम मेगादातु का समर्थन करते हैं।”
हंगामे के बीच महाजन ने सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होन पर कांग्रेस, एआईएडीएमके और तेदेपा सासंदों ने हंगामा करना शुरू किया। वे लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास इकट्ठा हुए और अपनी-अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करने लगे।
सत्तापक्ष ने भी राफेल सौदे पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी की मांग के बैनर दिखाए।
हंगामे के बीच लोकसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दोपहर तक के लिए स्थगित कर दी थी।