राहुल ने बतौर कांग्रेस अध्यक्ष 3 राज्यों में पार्टी को जीत दिलाई
नई दिल्ली, 11 दिसम्बर (आईएएनएस)| कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाने के ठीक एक साल बाद राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ व राजस्थान व मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में पार्टी के जीत का नेतृत्व किया है। इसमें मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सत्तारूढ़ भाजपा के साथ कांटे की टक्कर रही है। साल 2014 में लोकसभा चुनाव में भारी नुकसान और उसके बाद एक के बाद एक विधानसभा चुनावों में हार के बाद वर्तमान नतीजे पहली बार कांग्रेस के लिए संजीवनी की तरह हैं।
तीन राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने भाजपा को सीधी टक्कर दी है। ऐसी उम्मीद है कि इन नतीजों से कांग्रेस आत्मविश्वास मजबूत होगा, जिससे अगले साल होने वाले आम चुनाव में वह भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) पर बढ़त बनाने में मदद मिलेगी।
राहुल गांधी बीते साल 11 दिसंबर को निर्विरोध कांग्रेस अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे। उन्होंने अपनी मां सोनिया गांधी की जगह ली थी। सोनिया गांधी 19 सालों तक देश की सबसे पुरानी पार्टी की अध्यक्ष रहीं।
राहुल गांधी ने संगठनात्मक स्तर पर और चुनाव प्रचार अभियान दोनों में भी बदलाव किया। इस तरह अब पार्टी की पहुंच पारंपरिक प्रचार अभियान व सोशल मीडिया पर सक्रिय मौजूदगी दोनों रूपों में थी। इससे नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ जोर-शोर से मुद्दों को उठाया गया और मुद्दों पर त्वरित प्रतिक्रिया दी गई।
राहुल गांधी ने चुनावी राज्यों में व्यापक रूप से चुनाव प्रचार अभियान चलाया। उन्होंने रैलियां, रोड शो और संवाददाता सम्मेलन आयोजित किए। राहुल गांधी ने अपने नियमित ट्वीट में भी बहुत से मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कड़े हमले किए। उन्होंने प्रधानमंत्री पर भ्रष्टाचार, नौकरियां, नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर को लेकर हमले बोले।
कांग्रेस की राजस्थान इकाई के अध्यक्ष सचिन पायलट ने याद दिलाया कि राहुल गांधी बीते साल इसी दिन पार्टी के अध्यक्ष निर्वाचित हुए थे और आज के दिन ही कांग्रेस पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी शासित तीन हिंदी भाषी राज्यों को उससे छीन लिया है।
पायलट ने कहा, “आज एक निर्णायक दिन है और राहुल गांधी बीते साल इसी दिन कांग्रेस अध्यक्ष बने थे और इससे अच्छा उपहार क्या हो सकता है कि पार्टी तीन भाजपा शासित राज्यों में सरकार बनाने जा रही है।”
निर्वाचन आयोग के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि कांग्रेस छत्तीसगढ़ में बड़ी जीत की तरफ अग्रसर है। छत्तीसगढ़ के 90 सदस्यीय विधानसभा में 66 सीटों पर कांग्रेस बढ़त बनाए हुए है।