शेल ने पेश किया ‘फ्लैट-पैक’ ट्रक ‘ऑक्स’
चेन्नई, 9 दिसम्बर (आईएएनएस)| भारत के विभिन्न क्षेत्रों में मोबिलिटी की कमी को दूर करने के मकसद से शेल इंडिया ने दूर-दराज के इलाकों में पहुंचने के लिए दुनिया का पहला ‘फ्लैट-पैक’ ट्रक ‘ऑक्स’ पेश किया है। इसे विशेष रूप से 1900 किलोग्राम या 44-गैलन वाले आठ ड्रम्स के भार को वहन के लिए डिजाइन किया गया है।
शेल के भारत में मेक द फ्यूचर फेस्टिवल के पहले संस्करण में ऑक्स ट्रक से पर्दा हटाया गया। मद्रास मोटर रेस ट्रैक, चेन्नई में 6 से 9 दिसंबर तक चले शेल ईको-मैराथन के दौरान इसकी विभिन्न तकनीकों को प्रदर्शित किया गया।
ऑक्स रखरखाव में आसान ट्रक है, जो भारत के उबड़-खाबड़ रास्तों, रेतीले, दुर्गम पहाड़ी, दलदली भूमि और नदी के किनारों में विकासशील क्षेत्रों तक जहां समुदायों का पहुंचना काफी कठिन होता है, उसके लिए एकदम उपयुक्त है। यह दुनिया का पहला फ्लैट-पैक ट्रक भी है – जिसे फ्लैट-पैक किट से 12 घंटे से भी कम समय में असेंबल किया जा सकता है और इसे वहां तेजी से पहुंचाया जा सकता है जहां इसकी बहुत जरूरत होती है।
शेल कंपनीज इन इंडिया के चेयरमैन नितिन प्रसाद ने कहा, “सीमित गतिशीलता दूरस्थ क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं की पहुंच को बाधक बनाती है। शैल प्रभावी गतिशीलता समाधानों के विकास की दिशा में काम कर रहा है, जिससे इन क्षेत्रों में लोगों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सके। ऑक्स बेहद आशाजनक टैक्नोलॉजी है जिसमें परिवहन संभावनाओं तक पहुंच बढ़ाने की अत्यधिक क्षमता है।”
उन्होंने कहा, “हम जीएमडी और जीवीटी के साथ साझेदारी कर खुश हैं और आशा करते हैं कि यह बहुमुखी वाहन जीवन में बदलाव लाने तथा दैनिक एक्सेसबिलिटी की चुनौतियों को दूर करने में उपयोगी होगा।”
हल्के वजन वाले ऑक्स की उत्पत्ति जीवीटी के संस्थापक सर टॉक्र्विल नॉरमैन के दृष्टिकोण से हुई है और यह जीएमडी के लचीले आईस्ट्रीम टैक्नोलॉजी पर आधारित है।
शेल ईको-मैराथन मेक द फ्यूचर विचारों और इनोवेशन का उत्सव है, जिसका आयोजन भारत में पहली बार किया जा रहा है। यह दुनिया की ऊर्जा चुनौतियों पर केंद्रित बातचीत, सहयोग और नवाचारों का एक अनूठा वैश्विक मंच है। भारत में यह आयोजन ‘पावरिंग प्रोग्रेस इन मोबिलिटी’ पर केंद्रित है। इस कार्यक्रम में वैश्विक ऊर्जा चुनौतियों, अनूठे ऊर्जा विचार और समाधान पेश किए गए।