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इस्लाम से ज्यादा बाकी धर्मों में द्वंद्व : मौलाना कल्बे जव्वाद

लखनऊ, 2 दिसंबर (आईएएनएस)| शिया मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि आज के समय इस्लाम से ज्यादा बाकी धर्मों में द्वंद्व हैं। मुसलमानों के आपसी द्वंद्व पर उन्होंने कहा कि यह सब दुनिया की दो बड़ी शक्तियों अमेरिका और रूस द्वारा तेल की दौलत पाने के लिए किया गया है। इन देशों ने इस्लामिक देशों को आपस में लड़ाया है। उन्होंने यह बात दैनिक जागरण संवादी में ‘इस्लाम का द्वंद्व’ सत्र में कही।

मौलना ने कहा कि जेहाद एक इबादत की शक्ल रखता है। उन्होंने कहा कि किसी नेक काम के लिए अपनी पूरी ताकत लगा देना जेहाद है। मां अपने बच्चे को दूध पिलाती है, वह जेहाद है। आतंकवादियों को जेहादी नहीं कहा जा सकता।

इस सत्र में लखनऊ के दो मशहूर मौलानाओं कल्बे जव्वाद और मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली से शकील शमसी ने बातचीत की।

सुन्नी मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कहा, “मजहब इस्लाम में कोई भी द्वंद्व नहीं है। इस्लाम के खिलाफ कई गलतफहमी समाज में हैं। कुछ इस्लामिक देश हैं जहांआपसी लड़ाई-झगड़े चल रहे हैं और ये केवल 3 और 4 ही देश हैं। विश्व में 56 इस्लामिक देश हैं, अगर 3-4 देशों को निकाल दिया जाए तो बाकी 52 इस्लामिक देशों में सभी धर्मों के लोगों को अपने-अपने मजहब पर अमल करने की आजादी है।”

महिलाओं के साथ हुए यौन उत्पीड़न के खिलाफ शुरू किए गए मीटू एक अभियान पर परिचर्चा का सत्र भी जागरण संवादी में रखा गया।

इस सत्र में कॉलमनिस्ट शेफाली वैद्य और स्मिता पारिख से अपराजिता शर्मा ने बात की। स्मिता पारिख ने कहा, “‘मीटू’ मुद्दा सिर्फ छोटे शहर या लखनऊ का नहीं बल्कि पूरे देश का है। मैं चाहती हूं कि मेरी बेटी बड़ी हो और उसके साथ कोई अभद्रता करता है तो वह तुरंत आपत्ति जताए, ना कि 20 साल बाद।”

शेफाली वैद्य ने ‘मीटू’ अभियान पर अपने मत रखते हुए कहा, “‘मीटू’ एक सफल आन्दोलन है, इस अभियान ने महिलाओं को एक सुरक्षित मंच प्रदान किया है। अगर कोई महिला सोशल मीडिया पर कुछ भी लिखती है तो वह जानती है कि उसकी आवाज लोगों तक जाएगी और साथ ही अब पुरुष भी महिला के खिलाफ कुछ करने से पहले हजार बार सोचेंगे, यही मीटू की उपलब्धि है।”

 

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