सुनील अरोड़ा ने मुख्य चुनाव आयुक्त का पदभार संभाला
नई दिल्ली, 2 दिसम्बर (आईएएनएस)| चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने रविवार को 23वें मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) का पदभार संभाला और 2019 लोकसभा चुनाव कराने के लिए सभी संबंधित पक्षों से सहयोग मांगा। ओ.पी. रावत एक दिन पहले इस पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 27 नवंबर को अरोड़ा को पद पर नियुक्त किया था।
बतौर सीईसी उनका कार्यकाल अप्रैल 2021 तक का होगा। इस दौरान उनकी निगरानी में 2019 में आम चुनाव और सिक्किम, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा, महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड, बिहार, दिल्ली और जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा चुनाव होंगे।
अरोड़ा भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 1980 बैच के राजस्थान कैडर के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं। बतौर चुनाव आयुक्त अरोड़ा की नियुक्ति एक सितंबर 2017 को हुई थी।
उन्होंने कहा, “मैं करीब एक साल पहले से ही यहां चुनाव आयुक्त के रूप में बना हुआ हूं। अत्यंत विनम्रता और जिम्मेदारी की एक बड़ी भावना के साथ मैंने अभी मुख्य चुनाव आयुक्त का पद संभाला है।”
सुनील अरोड़ा ने कहा, “इस वक्त मुझे यही कहना है कि चुनाव आयोग में हम सभी को संविधान की दृष्टि और आदर्श के साथ समानता व अनुरूपता में सभी हितधारकों की उम्मीदों को पूरा करने के लिए हमारा सर्वश्रेष्ठ देना जारी रखना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने जन प्रतिनिधि अधिनियम 1951 की धारा 126 के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा के लिए वरिष्ठ उपचुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा के नेतृत्व में एक कमेटी नियुक्त की है और यह अपनी रिपोर्ट 30 दिसंबर तक दाखिल कर सकती है।
अरोड़ा 30 अप्रैल 2016 को सूचना एवं प्रसारण सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए थे।
अपनी 36 वर्षो की सेवा में उन्होंने राजस्थान व केंद्र सरकारों में कई महत्वपूर्ण पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं।
वह कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय में सचिव, 2002 से 2005 के बीच इंडियन एयरलाइंस के चेयरमैन व प्रबंध निदेशक, एयर इंडिया, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के सदस्य के रूप में कई पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
उन्होंने 2005 से 2013 में राजस्थान राज्य उद्योग विकास एवं निवेश निगम (रीको) के अध्यक्ष और 2013-14 में राजस्थान सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) के रूप में भी अपनी सेवाएं दी थीं।