पानी की लीकेज का पता लगाएगा एआई सेंसर
टोरंटो, 28 नवंबर (आईएएनएस)| शोधकर्ताओं ने आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस (एआई) आधारित एक सेंसर विकसित किया है जो पाइपों में होने वाली छोटी लीकेज का भी पता लगा सकेगा और नगर निगम के जल तंत्र में होने वाले पानी के नुकसान को कम करने में मदद करेगा। औद्योगिक सहयोगियों की सहायता से वाटरलू यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित तकनीक लीकेज वाले पुर्जो को उभारने के लिए उन्नत सिग्नल प्रोसेसिंग तकनीकों का उपयोग कर पूर्व-प्रसंस्करण ध्वनिक डाटा द्वारा काम करती है।
ध्वनिक डाटा को हाइड्रोफोन सेंसरों द्वारा रिकॉर्ड किया गया है जिसे आसानी से और कम कीमत में नल में बिना उसे निकाले या उसका काम बंद किए लगाया जा सकता है।
शोधकर्ताओं ने कहा कि इससे मशीन लर्निग एल्गोरिद्म के लिए जल वितरण तंत्र में अन्य आवाजों के बीच इस संकेतक की विशिष्ट आवाज को पहचानकर लीकेज का पता लगाना संभव होगा।
वाटरलू में सिविल इंजीनियरिंग डॉक्टोरल उम्मीदवार और मुख्य शोधकर्ता रोया कोडी ने कहा, “यह शहरों को उनके संसाधनों के रखरखाव और मरम्मत और प्रभावशाली तरीके से करने की सहूलियत देगा।”