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न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में महाराष्ट्र के गांधीवादी त्रिपाठी
महाराष्ट्र के वरिष्ठ आईएफएस अधिकारी अभय नारायण त्रिपाठी न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की तैयारी में हैं। अपने साथ हुए अन्याय को लेकर उन्होंने ऐसा कदम उठाया है।
त्रिपाठी 9 फरवरी 2018 तक महाराष्ट्र के महिला व बाल विकास विभाग के सचिव पद पर तैनात थे लेकिन अचानकर इनका ट्रांसफर कर दिया गया। लेकिन वहां जाने पर पता चला कि उनकी पोस्टिंग यहां हुई ही नहीं है इसके बाद आलाधिकारियों ने उन्हें घर बैठने पर मजबूर कर दिया।
इसके चलते वे मांसिक रुप से बीमार हो गए और पांच महीने तक अस्पताल में भर्ती रहे। आपको बता दें कि त्रिपाठी 32 साल से सरकारी सेवा में हैं।
सरकारी सेवा के दौरान अपनी कर्मठता और और इमानदारी के लिए उन्हें न सिर्फ प्रशंसा मिली बल्कि ढ़ेरो पुरस्कार भी मिले। उनकी ईमानदारी के चलते ही लोग उन्हें गांधीवादी त्रिपाठी के नाम से भी जाना जाता है।