मधुमेह रोगियों के लिए रेलीगेयर का नया प्लान
नई दिल्ली, 26 नवंबर (आईएएनएस)| स्वास्थ्य बीमा सेवा प्रदाता रेलीगेयर हेल्थ इंश्योरेंस ने एक व्यापक इंश्योरेंस प्लान ‘केयर फ्रीडम’ लॉन्च किया है, जो सभी आयुवर्गो के मधुमेह रोगियों को कवरेज देगा।
यहां तक कि इंसुलिन पर निर्भर मरीज भी इस कवरेज का लाभ उठा सकेंगे। मधुमेह जीवनशैली से जुड़ी बीमारी है, जिसमें मरीज का ब्लड शुगर लंबे समय तक ऊंचे स्तर पर बना रहता है। ऐसा दो कारणों से होता है- अगर पैन्क्रियाज पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन न बना सके या अगर कोशिकाएं इस इंसुलिन के लिए सही रिस्पॉन्स न दें। दोनों ही मामलों में मधुमेह के मरीजों को इंसुलिन पर निर्भर रहना पड़ता है। मधुमेह के कारण मरीज में अन्य जटिल बीमारियां भी होने की आशंका अधिक रहती है।
विज्ञप्ति के अनुसार, मधुमेह से पीड़ित मरीज गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाओं लाभ उठा सकें, इसी उद्देश्य के साथ रेलीगेयर ने अपना यह प्रोडक्ट लॉन्च किया है। केयर फ्रीडम के तहत मरीज प्री-पॉलिसी चेकअप के बिना कवरेज का लाभ उठा सकते हैं। इतना ही नहीं, इस प्लान को लेने वाले उपभोक्ता कई अन्य बीमारियों जैसे हाइपरटेंशेन, लिपिड, मोटापा वगैरह के लिए भी कवरेज पा सकते हैं।
इसके अलावा यह प्लान पहले से मौजूद बीमारियों को भी दो साल के वेटिंग पीरियड के साथ कवर करता है, क्योंकि उम्र बढ़ने के साथ लोगों में कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं, जिनके लिए उन्हें चिकित्सा सेवाओं की जरूरत होती है।
रेलीगेयर हेल्थ इंश्योरेंस के सीईओ अनुज गुलाटी ने कहा, “भारत आज मधुमेह की दृष्टि से दुनिया की राजधानी बन चुका है। दुनिया के 49 फीसदी डायबिटीज के मरीज भारत में हैं। लंबे समय तक मधुमेह रहने से कई अन्य बीमारियों- जैसे दिल की बीमारियां, स्ट्रोक, डायबिटिक न्यूरोपैथी एवं अंधेपन, किडनी फेलियर तक का कारण बन सकता है।”
उन्होंने कहा कि कई बार हाथ-पैरों में खून का सही प्रवाह न होने के कारण अंग काटने (लिम्ब एम्प्यूटेशन) तक की नौबत आ जाती है। इन्हीं सब पहलुओं को देखते हुए अक्सर डायबिटीज के मरीजों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस पाना मुश्किल हो जाता है। ‘केयर फ्रीडम’ डायबिटीज के अलावा डिप्रेशन, एनक्जाइटी डिसऑर्डर, ऑटिज्म एवं हाइपरटेंशन आदि के लिए भी कवरेज देता है।
केयर फ्रीडम 3 लाख से 10 लाख तक के कवरेज के साथ आता है। इसके अलावा यह डायबिटीज को मॉनिटर रखने के लिए हेल्थ चेकअप की सुविधा भी देता है।