कांग्रेस सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांग रही : मोदी
भीलवाड़ा (राजस्थान), 26 नवंबर (आईएएनएस)| मुंबई पर वर्ष 2008 में हुए आतंकी हमले को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां सोमवार को हमले के बाद विपक्षी दलों को ‘देशभक्ति’ का पाठ पढ़ाने के लिए कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि अब वह राजग सरकार से वर्ष 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मुहैया कराने को कह रही है।
एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत 26/11 मुंबई आतंकी हमले व उसके दोषियों को कभी नहीं भूलेगा और हम उचित समय का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि कानून अपना काम करेगा।
उन्होंने कहा, “आज 26 नवंबर है, जब दिल्ली में रिमोट कंट्रोल के माध्यम से मैडम का राज चलता था, तब महाराष्ट्र में कांग्रेस की सरकार थी। उस वक्त महाराष्ट्र में भी कांग्रेस की सरकार थी और दिल्ली में भी कांग्रेस की सरकार थी और मुंबई में 26/11 आतंकियों ने हमला कर हमारे देश के नागरिकों को, जवानों को गोलियों से भून दिया था।”
प्रधानमंत्री ने कहा, “आतंकवाद की उस भीषण घटना को आज 10 साल हो रहे हैं। मुझे याद है कि जब मुंबई में आतंकवाद की घटना घटी थी उस समय राजस्थान में चुनाव अभियान चल रहा था।”
मोदी ने कहा कि जब भी कोई अन्य पार्टी का नेता हमले की निंदा करता तो कांग्रेस नेता उस पर राजनीति करने का आरोप लगा दिया करते थे।
उन्होंने कहा, “तब वे (कांग्रेस) क्या कहते थे, मुझे अभी भी याद है। वे कहते थे कि यह युद्ध है, पाकिस्तान ने भारत पर हमला किया है। और ये लोग राजनीति कर रहे हैं। उस वक्त केंद्र सरकार के हाथ मजबूत करने चाहिए थे और आतंकी हमलों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। वे उस समय बड़े-बड़े उपदेश दे रहे थे।”
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर राजस्थान चुनाव में जीत हासिल करने के लिए 26/11 मुंबई हमले का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया और सीमा पार भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर सवाल उठाने के कारण पार्टी पर हमला बोला।
उन्होंने कहा, “मैं कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि 10 साल पहले जब इतनी बड़ी घटना घटी, पूरी दुनिया हैरान थी और कांग्रेस उस समय उसमें चुनाव जीतने के हथकंडे अपना रही थी।”
मोदी ने कहा, “वहीं कांग्रेस उस समय देशभक्ति के पाठ पढ़ाती थी। जब मेरे देश की सेना ने पाकिस्तान को उसके घर में जाकर सर्जिकल स्ट्राइक किया, आतंकवादियों का हिसाब चुकता किया। ऐसे समय कांग्रेस ने सवाल उठाया कि वीडियो दिखाओ, सर्जिकल स्ट्राइक हुआ या नहीं।”
उन्होंने कहा, “क्या देश का जांबाज जवान ऐसे ऑपरेश्न में हाथ में कैमरा लेकर जाएगा? उस वक्त उन्हें देशभक्ति याद नहीं आई?”
मोदी ने यह भी कहा कि उनके चार साल के शासन के दौरान जम्मू एवं कश्मीर में आतंकी हमलों पर लगाम लग गई।
उन्होंने कहा, “याद करिए वो वक्त, जब देशभर में आतंकी घटनाएं होती थीं। हमने आतंकवाद के खिलाफ ऐसे लड़ाई लड़ी है कि उनको कश्मीर की धरती के बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है, क्योंकि उन्होंने अपनी मौत देख ली है।”
उन्होंने भारत के आलोचकों को एक अस्पष्ट चेतावनी भी जारी की।
मोदी ने कहा, “भारत 26/11 हमले को कभी नहीं भूलेगा और न ही उसके दोषियों को। हम उचित समय का इंतजार कर रहे हैं।” इस दौरान सभा में मौजूद लोगों ने उन्हें प्रोत्साहन दिया।
उन्होंने कहा, “कानून अपना काम करेगा। मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं।”
प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद और नक्सलवाद विकास के सबसे बड़े दुश्मन हैं।
उन्होंने कहा, “जंगलों में जब बच्चों की उम्र कलम पकड़ने की होती है तो नक्सली उनके हाथों में बंदूक थमा देते हैं। नक्सली बेगुनाह लोगों की हत्या करते हैं। छत्तीसगढ़ में कई सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं। राजस्थान के भरतपुर का एक बहादुर जवान भी वहां शहीद हुआ।”
उन्होंने कहा, “यह नक्सली छत्तीसगढ़ में बहादुरों की हत्या करते हैं और कांग्रेस नेता नक्सलियों को क्रांतिकारी का प्रमाण पत्र बांट रहे हैं। यह नामदार और कामदार उन्हें क्रांतिकारी बता रहे हैं।”
उन्होंने भीड़ से पूछा, “क्या बेगुनाहों की हत्या करने वालों को क्रांतिकारी कहना चाहिए?”
मोदी ने कहा, “हमने नक्सलियों और आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब दिया है। लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है।”
बिहार विधानसभा चुनाव के समय स्वयं को ओबीसी श्रेणी का होने के रूप में प्रचारित करवा चुके मोदी ने कहा, “डॉ. बी.आर. अंबेडकर ने समानता का नारा दिया था, लेकिन कांग्रेस नेता मुझे मेरी जाति पूछ रहे हैं और मेरे पिता के बारे में बात कर रहे हैं।”
हर चुनाव में जातीय समीकरण बिठाने वाली पार्टी के स्टार प्रचारक ने कहा, “कांग्रेस जातिवाद में विश्वास रखती है। कांग्रेस नेता अपने भाषणों में विकास, भ्रष्टाचार, बिजली, शिक्षा और जल आपूर्ति के बारे में चर्चा नहीं करते। लेकिन वह मेरी जाति के बारे में बात करते हैं, वे मेरे पिता कौन थे यह पूछते हैं। क्या यह नामदार को शोभा देता है?”
देश में विकास को नजरअंदाज करने के लिए गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “एक परिवार की चार पीढ़ियों ने छह दशकों तक राज किया। लेकिन इसके बावजूद मात्र 40 फीसदी ग्रामीण इलाकों में ही शौचालय बने।”
उन्होंने कहा कि बीते चार वर्षो में 95 फीसदी से ज्यादा इलाकों में शौचालय बने हैं।
मोदी ने कहा कि उन्होंने कभी छुट्टी नहीं ली, कहीं आराम के लिए नहीं गए और एक सप्ताह तक लापता नहीं रहे। यही बात उन्होंने रविवार को मध्यप्रदेश के विदिशा में भी कही थी।
मोदी ने कहा, “मैं अपने प्रत्येक फैसले, जो मैंने लिया है और जो कार्य मैंने किया है उसका हिसाब दिया है।”
राजस्थान की 200 सदस्यीय नई विधानसभा के लिए मतदान 7 दिसंबर को होना है। मतगणना 11 दिसंबर को होगी।