रणजी ट्रॉफी : देसाई, जयदेव शाह ने गुजरात को ड्रॉ पर रोका
नादियाड 23 नवंबर (आईएएनएस)| हरविक देसाई (50 रन, 110 गेंद) और कप्तान जयदेव शाह (68 गेंदों पर 10 रन) की बदौलत सौराष्ट्र ने यहां जीएस पटेल स्टेडियम में खेले गए रणजी ट्रॉफी के ग्रुप-ए के मैच में गुजरात को जीत से रोक दिया। गुजरात ने अपनी दूसरी पारी में चार विकेट के नुकसान पर 329 रन बनाकर सौराष्ट्र के सामने 305 रनों की चुनौती रखी थी।
गुजरात ने 81 रनों पर सौराष्ट्र के पांच विकेट गिरा दिए थे और लगा कि वह मैच निकाल ले जाएगा लेकिन देसाई और जयेदव ने विकेट पर पैर जमा दिए और मैच ड्रॉ करा दिया।
गुजरात ने दिन की शुरुआत एक विकेट के नुकसान पर 187 रनों के साथ की थी। दूसरी पारी में प्रियंक पांचाल (141) और भार्गव मेराई (नाबाद 102) के दम पर सौराष्ट्र के सामने विशाल लक्ष्य रखा था।
वहीं, इस ग्रुप के अन्य मैच में रेलवे के बल्लेबाज नितिन भिले (नाबाद 53) और सौरभ वाकास्कर (नाबाद 17) ने यहां शहीद वीर नारायण सिंह अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में छत्तीसगढ़ को ड्रॉ पर रोक दिया।
छत्तीसगढ़ ने चौथे दिन अपनी दूसरी पारी पांच विकेट के नुकसान पर 219 रनों पर घोषित कर रेलवे के सामने तकरीबन 20 ओवर का खेल रहते 190 रनों का लक्ष्य दिया।
दिन का खेल खत्म होने तक छत्तीसगढ़ के गेंदबाज रेलवे का सिर्फ एक विकेट ही ले पाए। रेलवे ने दिन का अंत एक विकेट के नुकसान पर 70 रनों के साथ किया।
उसने शिवकांत शुक्ला के रूप में अपना एकमात्र विकेट खोया जो खाता भी नहीं खोल पाए। भिले ने 71 गेंदों का सामना कर नौ चौकों की मदद से अर्धशतकीय पारी खेली।
बलगाम में मुंबई और कर्नाटक के बीच खेला गया मैच भी ड्रॉ रहा। कर्नाटक ने चौथे दिन की शुरुआत तीन विकेट के नुकसान पर 81 रनों के साथ की थी। उसने अपनी दूसरी पारी पांच विकेट के नुकसान पर 170 रनों पर घोषित कर मुंबई के सामने 366 रनों का लक्ष्य रखा।
मुंबई ने मैच का अंत अपनी दूसरी पारी में चार विकेट के नुकसान पर 173 रनों के साथ किया। सूर्यकुमार यादव 53 रनों पर नाबाद रहे जबकि अखिल हेरवाडकर ने भी 53 रनों की पारी खेली। आदित्य तारे 29 रन बनाकर नाबाद रहे।
कर्नाटक के लिए दूसरी पारी में कृष्णाम्रू्ति सिद्धार्थ ने सबसे ज्यादा 71 रन बनाए।
बड़ौदा ने कप्तान केदार देवधर (नाबाद 101) और आदित्य वाघमोडे (नाबाद 102) की शतकीय पारी की बदौलत मेजबान विदर्भ को नागपुर में खेले जा रहे मैच में ड्रॉ पर रोक दिया।
विदर्भ ने अपनी पहली पारी छह विकेट के नुकसान पर 529 रनों पर घोषित कर दी थी और फिर बड़ौदा को 337 रनों पर ढेर कर उसे फॉलोऑन के लिए बुलाया था।
विदर्भ को उम्मीद थी कि दूसरी पारी में भी उसके गेंदबाज बड़ौदा को जल्दी आउट कर मैच जीत लेंगे लेकिन देवधर और वाघमोडे ने ऐसा नहीं होने दिया।
वाघमोड़े ने अपनी शतकीय पारी में 180 गेंदों का सामना करते हुए नौ चौके और तीन छक्के लगाए। देवधर ने 179 गेंदों पर 10 चौके और एक छक्का लगाया।