मुस्लिम कब्रिस्तानों में दफन के लिए नहीं बचेगी जगह, सच जानकर चौंक जाएंगे
देश की राजधानी में दिल्ली से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। समाचार एजेंसी पीटीआई की एक खबर के मुताबिक दिल्ली में एक साल के बाद मुस्लिम कब्रिस्तानों में लोगों को दफन करने की जगह ही नहीं बचेगी।
पीटीआई के मुताबिक दिल्ली के अल्पसंख्यक कल्याण आयोग ने अपनी रिपोर्ट में यह बात कही है। इसके साथ ही आयोग ने इस समस्या से निपटने के लिए जमीनों के आवंटन और अस्थायी कब्रों के प्रावधान को मंजूरी देने की बात कही है। गुरुवार को खुद सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस रिपोर्ट को रिलीज किया था।
आयोग की ओर से की गई स्टडी के मुताबिक दिल्ली में प्रति वर्ष करीब 13,000 मुस्लिमों को मौत के बाद कब्रिस्तान में दफन किया जाता है। आंकड़ों के मुताबिक 2017 में 29,370 लोगों को दफन करने की जगह ही दिल्ली में बची थी, इस लिहाज से अब यह स्थान खत्म होने के कगार पर है।
अल्पसंख्यक कल्याण आयोग की रिपोर्ट में कहा गया है, ‘इसका अर्थ यह है कि यदि यही गति बनी रही तो आने वाले एक साल में कोई स्थान नहीं बचेगा। इसलिए भी से ही इसका समाधान करने के प्रयास किए जाने चाहिए।’ रिकॉर्ड्स के मुताबिक दिल्ली में कुल 704 मुस्लिम कब्रिस्तान हैं, जिनमें से सिर्फ 131 का ही उपयोग हो रहा है।