लोकतंत्र खतरे में है : फारूक अब्दुल्ला
नई दिल्ली, 1 नवंबर (आईएएनएस)| भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर संवैधानिक संस्थाओं पर हमले का आरोप लगाते हुए फारूक अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि ‘लोकतंत्र खतरे में है।’
फारूक अब्दुल्ला ने यह टिप्पणी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता शरद पवार व आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात के दौरान की।
उन्होंने मीडिया से कहा, “लोकतंत्र खतरे में है। लोग खतरे में हैं।”
उन्होंने घोषणा की कि वह, नायडू व पवार के साथ मिलकर विपक्षी पार्टियों की एक बैठक बुलाएंगे।
उन्होंने पवार के आवास पर कहा, “देश बड़े संकट से गुजर रहा है।”
नायडू ने कहा कि देश बहुत सी समस्याओं का सामना कर रहा है और स्थिति ‘दिन प्रति दिन खराब होती जा रही है।’
उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सहित दूसरे राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ मुद्दों पर चर्चा करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, “हम दिल्ली में एक बैठक करेंगे और फिर भविष्य की कार्य योजना की रूपरेखा तैयार करेंगे।”
तेलुगू देशम पार्टी नेता ने कहा कि हम सत्ता की लालच में एक साथ नहीं आ रहे हैं।
नायडू ने कहा कि पवार ने कहा कि संस्थानों पर हमले हो रहे हैं। अगर हम मिलकर लोकतंत्र को बचाने का कार्य करेंगे तो हम संस्थानों को बचा सकते हैं।
उन्होंने कहा, “हम विपक्षी नेताओं की एक बैठक बुलाएंगे और विशिष्ट कार्यक्रमों पर चर्चा करेंगे।”
अपने बीते सप्ताह दिल्ली दौरे के दौरान नायडू ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बसपा नेता मायावती, लोकतांत्रिक जनता दल नेता शरद यादव, पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और माकपा नेताओं डी राजा व एस.सुधारक रेड्डी से मुलाकात की थी।
इन मुलाकातों को 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है।