उप्र : जल सत्याग्रही किसानों के समर्थन में भाजपा के 2 विधायक धरने पर बैठे
कोलावल रायपुर/बांदा, 1 नवंबर (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश में बांदा जिले की कोलावल रायपुर बालू खदान में अवैध खनन के विरोध में केन नदी की जलधारा में ‘जल सत्याग्रह’ कर रहे सैकड़ों किसानों के समर्थन में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तिंदवारी और नरैनी के विधायक केन नदी में ही धरने पर बैठ गए हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तिंदवारी विधायक बृजेश कुमार प्रजापति ने कहा कि बालू माफिया केन नदी में अस्थायी अवैध पुल बनाकर जहां मशीनों से बीच जलधारा से बालू निकालकर नदी की धारा बदल दी है, वही अपनी सीमा क्षेत्र से हट कर करोड़ों रुपये की बालू निकालकर बेच लिए हैं। इतना ही नहीं, ओवरलोडिंग ट्रक किसानों के खेतों से जबरन निकाल कर उनकी फसल चौपट कर दी है और इसका विरोध करने पर रविवार की रात किसानों पर गोलीबारी भी की गई थी।
उन्होंने कहा कि बालू खनन करा रही स्टार नेट कंपनी के खिलाफ मुकदमा न लिखे जाने तक दोनों विधायक नदी में ही धरने में बैठे रहेंगे।
नरैनी क्षेत्र के भाजपा विधायक राजकरन कबीर ने कहा, “हम किसानों के साथ हंै, प्रशासन की जानकारी में पिछले एक महीने से यहां बालू का अवैध खनन चल रहा था और अधिकारी उनका हौसला आफजाई करते रहे।”
यहां मौजूद अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) संतोष बहादुर सिंह ने कहा, “हम और अपर पुलिस अधीक्षक लाल भरत कुमार पाल आंदोलनकारी किसानों से वार्ता कर रहे हैं। उम्मीद है कि कोई हल निकल आएगा और आंदोलन खत्म हो जाएगा।
गौरतलब है कि गुरुवार सुबह दस बजे से कोलावल रायपुर गांव के तीन सौ से ज्यादा महिला-पुरुष किसान केन नदी की सांकेतिक अर्थी बनाकर बीच जलधारा में ‘जल सत्याग्रह’ कर रहे हैं। उनका आरोप है कि बालू कारोबार से जुड़े लोग बेजा उत्पीड़न कर रहे हैं और खेतों से परिवहन न होने देने पर गोलीबारी कर रहे हैं। किसानों ने हल्का पुलिस पर मारपीट और फर्जी मुकदमे में जेल भेजने की धमकी देने का भी आरोप लगाया है।