‘बधाई हो’ से हटवाए जाएं धूम्रपान के दृश्य : दिल्ली सरकार
नई दिल्ली, 28 अक्टूबर (आईएएनएस)| दिल्ली सरकार ने हालिया रिलीज फिल्म ‘बधाई हो’ के निर्देशक, निर्माता और कलाकारों को कानूनी नोटिस जारी कर धूम्रपान के दृश्य हटाने के लिए कहा है।
एक अधिकारी ने रविवार को कहा कि धूम्रपान के दृश्यों के साथ-साथ तंबाकू का प्रचार भी रोकने के लिए कहा गया है।
अतिरिक्त निदेशक (लोक स्वास्थ्य) और राज्य तंबाकू नियंत्रण अधिकारी एस.के. अरोड़ा ने कहा कि ‘बधाई हो’ फिल्म में कई दृश्य ऐसे हैं, जहां कलाकारों को धूम्रपान करते देखा जा रहा है। इसके साथ ही तंबाकू के ब्रैंड का प्रचार करते भी दिखाया गया है।
उन्होंने कहा कि ये दृश्य सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद (विज्ञापन और व्यापार और वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति और वितरण के विनियमन) अधिनियम, 2003 (सीओटीपीए) की धारा-5 का उल्लंघन हैं।
अरोड़ा ने आईएएनएस को दिए बयान में कहा, “इस फिल्म में धूम्रपान के दृश्यों को बार-बार दिखाया गया है और साथ ही तंबाकू की दुकान भी। ये दृश्य तंबाकू पदार्थो के ब्रैंड को दिखाते हैं। सीधे तौर पर या किसी और तरीके से तंबाकू पदार्थो को दर्शाना (विज्ञापन और व्यापार और वाणिज्य, उत्पादन, आपूर्ति और वितरण के विनियमन) अधिनियम, 2003 (सीओटीपीए) की धारा-5 का उल्लंघन हैं। इन चीजों पर ही हमने कानूनी नोटिस जारी किया है।”
उन्होंने कहा कि यह कानूनी नोटिस फिल्म के निर्देशक, निर्माताओं और कलाकारों को भेजा गया है। ऐसे में फिल्म से ऐसे दृश्यों को तुरंत हटाने की मांग की गई है।
यह पहली बार नहीं है, जब दिल्ली स्वास्थ्य विभाग ने बॉलीवुड से इस प्रकार के दृश्यों को हटाने की मांग की है।
अरोड़ा ने कहा, “हमने बॉलीवुड को कई बार इस संबंध में पत्र लिखा है। बॉलीवुड कलाकारों और फिल्मों में अपने आदर्शो को देखते हुए युवा भी उनकी आदतों को अपनाने की कोशिश करते हैं। ऐसे में बॉलीवुड को अपने मूल्यों को स्वयं निर्धारित करना चाहिए और लोगों के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। जनता के हित को देखते हुए पटकथा भी बदली जा सकती है।”
इससे पहले, स्वास्थ्य विभाग ने खिलाड़ी कुमार अक्षय कुमार को भी कानूनी नोटिस जारी किया था।
इस पर अरोड़ा ने कहा, “एक ओर अक्षय को स्वास्थ्य संबंधी अभियानों का विज्ञापन करते हुए देखा जाता है, वहीं दूसरी ओर ‘गोल्ड’ फिल्म में उन्हें बार-बार धूम्रपान करते हुए दिखाया गया है। इस प्रकार की चीजों को नजरअंदाज किया जा सकता है। पटकथा को बदला जा सकता है।”