दिल्ली की वायु गुणवत्ता अति खराब, फरीदाबाद 25 गुना प्रदूषित
नई दिल्ली, 28 अक्टूबर (आईएएनएस)| राष्ट्रीय राजधानी का आधा से अधिक हिस्सा जहां अति खराब या अत्यंत खराब वायु गुणवत्ता से जूझ रहा है, वहीं रविवार को दिल्ली और इसके आस-पास के इलाकों में प्रदूषण में वृद्धि दर्ज की गई है।
फरीदाबाद में वायु, सुरक्षा मानकों के मुकाबले 25 गुना अधिक प्रदूषित पाई गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रक बोर्ड (सीपीसीबी) के निगरानी केंद्र के आंकड़ों के मुताबिक, सुबह 10 बजे पीएम2.5 का स्तर 1,515 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पाया गया, जो शाम तीन बजे गिरकर 1,295 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर हो गया।
हवा में सूक्ष्म प्रदूषकों में से एक पीएम2.5 की अनुमत सीमा राष्ट्रीय मानक के मुताबिक 60 यूनिट और अंतर्राष्ट्रीय मानक के मुताबिक 25 यूनिट होनी चाहिए।
अधिकारियों को हालांकि विश्वास है कि सुबह के दौरान लिए गए आंकड़ों में किसी प्रकार की तकनीकी खराबी हो सकती है।
हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “फरीदाबाद में केवल एक निगरानी केंद्र है और यह शहर दिल्ली जितना प्रदूषित नहीं है। अचानक हुई बढ़ोत्तरी गलत हो सकती है। 1,515 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर बहुत ज्यादा है।”
इस बीच दिल्ली के 36 में से 16 इलाकों में रविवार सुबह से शाम तीन बजे तक लगातार वायु गुणवत्ता अति खराब या अत्यंत खराब पाई गई। इन 16 इलाकों में वायु प्रदूषण पर निगरानी रखी जाती है।
दिल्ली के कुल 18 इलाकों में वायु गुणवत्ता अति खराब दर्ज की गई। 36 में से केवल दो इलाकों में वायु गुणवत्ता सामान्य से खराब पाई गई है।
दिल्ली में द्वारका, आनंद विहार, रोहिणी, मुंडका, बवाना, मथुरा रोड, दिल्ली टेक्निकल विश्वविद्यालय, जहांगीरपुरी, नरेला, नेहरू नगर, दिल्ली विश्वविद्यालय नॉर्थ कैंपस, पंजाबी बाग, आर.के. पुरम, सोनिया विहार, विवेक विहार और वजीरपुर सबसे प्रदूषित इलाके हैं।
सीपीसीबी के मुताबिक, दिवाली तक हालात ऐसे ही बने रहेंगे और उसके बाद प्रदूषण और खराब होता सकता है।