आईएमसी 2018 बार्सिलोना मोबाइल कांग्रेस से कमतर नहीं : संचार राज्यमंत्री
नई दिल्ली, 27 अक्टूबर (आईएएनएस)| आईएमसी 2018 (इंडियन मोबाइल कांग्रेस) कांग्रेस शुरू हुए महज दो साल हुए हैं, लेकिन इसने अपनी एक पहचान बनाई है और यह बार्सिलोना में हुए मोबाइल कांग्रेस से कमतर नहीं है।केंद्रीय संचार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा ने इस आयोजन के समापन के दौरान शनिवार को यह बातें कही। इस तीन दिवसीय आयोजन में डिजिटल कम्यूनिकेशन के क्षेत्र की नवीनतम और भविष्य की प्रौद्योगिकीयों का प्रदर्शन किया गया।
सिन्हा ने कहा, “इस साल की शुरुआत में मैं बार्सिलोना में हुए वर्ल्ड मोबाइल कांग्रेस में भी शामिल हुआ था। मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि यह आयोजन उससे कम नहीं है, चाहे इसमें प्रदर्शित किए गए सामान हो, पैमाना हो या शैली हो। किसी भी मामले में यह कम नहीं है। आईएमएस महज दो साल पुराना है, लेकिन इसने एक छाप छोड़ी है और महत्वपूर्ण सालाना आयोजन बन गया है।”
आईएमसी 2018 की थीम ‘न्यू डिजिटल होराइजन्स – कनेक्ट, क्रिएट, इनोवेट’ रखी गई थी, जिसमें मुख्य जोर दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया पर था। इस आयोजन में 20 देशों के 5,000 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने भाग लिया और 300 से ज्यादा कंपनियों ने अपने नवीनतम और सर्वश्रेष्ठ प्रौद्योगिकीयों, उत्पादों, सेवाओं और एप्लिकेशनों का प्रदर्शन किया।
आयोजकों ने बताया कि आईएमसी 2018 में 50,000 से ज्यादा दर्शकों ने विभिन्न सत्रों में भाग लिया और एक्जीबिशन स्टॉल्स पर भविष्य की प्रौद्योगिकियों की झलक देखी।
इस आयोजन में भाग लेने वाली कंपनियों में – सैमसंग, इंटेल, एरिक्सन, नोकिया, सिस्को, एनईसी, एक्सेंचर, केपीएमजी, अर्नेस्ट एंड यंग, फेसबुक, हुआवेई, स्टरलाइट, वोडाफोन आइडिया, रिलायंस जियो, एयरटेल और बीएसएनएल प्रमुख रही।
आईएमसी 2018 में मुख्य रूप से 5जी से जुड़ी प्रौद्योगिकीयों का प्रदर्शन किया गया, जिसमें इंटरनेट ऑफ थिंग्स, ऑगमेंटेड और वर्चुअल रियलिटी, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, रोबोटिक्स, स्मार्ट सिटी सोल्यूशंस, फिनटेक, हेल्थ-टेक, ऑटोनोमस कार्स और साइबर सुरक्षा जैसी प्रौद्योगिकियां प्रमुख थी।