कर्नाटक में प्रसिद्ध लिंगायत संत सिद्धलिंग का निधन
बेंगलुरू, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)| कर्नाटक के प्रसिद्ध लिंगायत संत सिद्धलिंग स्वामी का प्रदेश के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र स्थित गदांग में निधन हो गया। सिद्धलिंग स्वामी के तोंतादार्य मठ के एक सदस्य ने शनिवार को यह जानकारी दी। वह 69 वर्ष के थे। मठ के सदस्य ने बेंगलुरू से करीब 390 किलोमीटर दूर गदांग में संवाददाताओं को बताया, “एक निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने स्वामीजी को आज (शनिवार) सुबह मृत घोषित कर दिया। उनको दिल का दौरा पड़ा था।”
प्रदेश के मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने संवाददाताओं को बताया कि सुबह नौ बजे जब संत अपने कक्ष से बाहर नहीं आए तो उनको अस्पताल ले जाया गया, जहां हृदयाघात के कारण उनको मृत घोषित कर दिया गया।
कुमारस्वामी ने एक बयान में यहां कहा, “सिद्धलिंग कर्नाटक में सबसे पूजनीय लिंगायत संतों में से एक थे। उन्हें उनकी भाषण-कला के लिए जाना जाता था। उन्होंने समुदाय को अल्पसंख्यक का दर्जा देने के सिद्धारमैया सरकार के फैसले का विरोध करने के लिए वीरशैव-लिंगायत के संतों की आलोचना की थी।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि संत एक महान लेखक और शिक्षा व साहित्य के संरक्षक थे। उन्होंने कहा, “संत के हजारों भक्त हैं, जो विविध सामाजिक व धार्मिक मुद्दों के प्रति उनके प्रगतिशील व स्पष्टवादी दृष्टिकोण का आदर करते हैं।”
कुमारस्वामी ने कहा, “स्वामीजी अंधविश्वास के खिलाफ जनांदोलन समेत पर्यावरण और अन्य मसलों को लेकर चलाए जाने वाले आंदोलनों में सक्रिय रहते थे। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके अनुयायियों को इस भारी क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”
उन्होंने 2006-07 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन सरकार के मुख्यमंत्री के तौर पर अपने पहले कार्यकाल में जनता दर्शन कार्यक्रम के दौरान सिद्धलिंग स्वामी से मिली सलाह को याद किया।
कुमारस्वामी ने कहा, “संत ने मुझे इस कार्य (जनता दर्शन) को जारी रखने की सलाह दी, चाहे मैं सत्ता में रहूं या नहीं। मैं उनको अपनी ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।”